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अमरनाथ यात्रा में अब तक 47 तीर्थयात्रियों की मौत, मुश्किल है हालात

बुधवार को अमरनाथ यात्रियों का 20वां जत्था यात्रा के लिए निकल चुका है। आपको बता दें कि पिछले 18 दिनों में आतंकी हमले, सड़क दुर्घटना और स्वास्थ्य कारणों के कारण 47 अमरनाथ यात्री अपनी जान गंवा चुके हैं।

Updated on: 19 Jul 2017, 01:45 PM

नई दिल्ली:

बुधवार को अमरनाथ यात्रियों का 20वां जत्था यात्रा के लिए निकल गया लेकिन तीर्थयात्रियों की यह यात्रा इतनी आसान नहीं है। 18 दिनों से जारी इस यात्रा में अब तक करीब 47 यात्रियों की मौत हो चुकी है।

आतंकी हमला, सड़क दुर्घटनाएं और स्वास्थ्य कारणों  के चलते यह यात्रा मुश्किल साबित हो रही है और इन कारणों के अब तक करीब 47 अमरनाथ यात्री अपनी जान गंवा चुके हैं।

श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (SASB) के सीईओ उमंग नारूला ने कहा, '29 जून से 16 जुलाई के बीच, 19 तीर्थयात्रियों की मौत स्वास्थ्य कारणों से और 20 की मौत दुर्घटना से हो गई। वहीं 10 जुलाई को यात्रियों से भरे बस पर हुए हमले से 8 लोगों की मौत हो गई थी।

इसके अलावा उन्होंने कहा, बोर्ड अब तक 14,66,975 रुपये परिवहन और 1,34,75,000 रुपये सहायता राशि के तौर पर खर्च कर चुकी है। 37 मामलों में बोर्ड ने पीड़ितों के शव को संरक्षित रखने का भी खर्च उठाया है।

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नारूला ने कहा कि बोर्ड ने दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में आतंकी हमले में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए राहत सहायता राशि बढ़ाने का फैसला किया है। श्राइन बोर्ड के सीईओ ने इससे पहले भी कहा था कि आतंकी हमले में मारे गए लोगों के शव श्राइन बोर्ड विमान के ज़रिए पहुंचाने में मदद करेगा और खर्चा भी उठाएगा।

बता दें कि सभी शवों को यहां के सहायक कर्मचारियों के साथ एयर इंडिया और इंडिगों की फ्लाइट से पहुंचा दिया गया है।

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