logo-image

Amarnath Yatra 2023: भोले के जयकारों के बीच अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था रवाना

Amarnath Yatra 2023: भक्तिभावना में डूबे श्रद्धालुओं को देखते ही नजारा बन रहा था. श्रद्धालु ढोल नगाड़ों की थाप पर नांचते गाते बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए जा रहे थे. इस दौरान सरकार की तरफ से सुरक्षा-व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं

Updated on: 30 Jun 2023, 10:11 AM

New Delhi:

Amarnath Yatra 2023:  देशभर में अपने आराध्य बाबा बर्फानी के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का इंतजार खत्म हो गया है. आज यानी शुक्रवार को जम्मू से तड़के लगभग सवा चार बजे अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा की तरफ रवाना हो गया. जम्मू और कश्मीर के उप-राज्यपाल और अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष मनोज सिन्हा ने पहले जत्थे को झंडी दिखाकर रवाना किया. इससे पहले मनोज सिन्हा ने बाबा बर्फानी की पूजा-अर्चना की. इस दौरान पूरी घाटी बम-बम भोले के जयकारों से गूंज उठी. सभी श्रद्धालुओं ने बाबा अमराथ के जयकारे लगाकर अपनी यात्रा की शुरुआत की. 

इस बार सबसे खास बात यह है कि बाबा बर्फानी के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं में पुरुषों से ज्यादा संख्या महिलाओं की है. भक्तिभावना में डूबे श्रद्धालुओं को देखते ही नजारा बन रहा था. श्रद्धालु ढोल नगाड़ों की थाप पर नांचते गाते बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए जा रहे थे. इस दौरान सरकार की तरफ से सुरक्षा-व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. अमरनाथ यात्रा मार्ग के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबल तैनात हैं. इसके साथ ही भक्तों के सुविधाओं का भी ख्याल रखा गया है. इसके लिए पूरी तैयारी की गई है. प्रशासन ने दवाई से लेकर ऑक्सीजन तक सारे इंतजाम किए हैं.

आपको बता दें कि सूरज की पहली किरण लगभग सुबह 5:30 का वक्त है बीएसएफ के जवानों के साथ न्यूज़ नेशन की टीम भी बेस कैंप से रवाना हो चुकी है. हमसे कुछ ही दूर पर वह पहाड़ भी है जिसे अमरनाथ यानी बर्फानी बाबा की घाटी कहा जाता है ,सूरज की पहली किरण के साथ ही भारतीय सशस्त्र बल इस पूरे क्षेत्र की सुरक्षा की जिम्मेवारी संभाल लेते हैं. झेलम नदी को पार करते ही औपचारिक रूप से अमरनाथ यात्रा की शुरुआत होती है. जहां निजी वाहनों के आने से पहले मेटल डिटेक्टर और खोजी कुत्ते दस्तों के जरिए पुल और आसपास के क्षेत्र को सुरक्षित बनाया जाता है.