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NIA raids in J-K: टेरर फंडिंग केस में एनआईए की कई जगहों पर छापेमारी

NIA Raids in Jammu and Kashmir: एनआईए ने जम्मू-कश्मीर में कई जगहों पर छापेमारी की है. ये छापेमारी टेरर फंडिंग केस में की गई है. जानकारी के मुताबिक, एनआईए ने अल-हुदा एजुकेशनल ट्रस्ट टेरर फंडिंग केस में ये छापेमारी की है. इस छापेमारी...

Updated on: 11 Oct 2022, 01:26 PM

highlights

  • एनआईए की जम्मू-कश्मीर में छापेमारी
  • अल हुदा एजुकेशनल ट्रस्ट से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी
  • साल 2019 में जमात को किया गया था बैन

नई दिल्ली:

NIA Raids in Jammu and Kashmir: एनआईए ने जम्मू-कश्मीर में कई जगहों पर छापेमारी की है. ये छापेमारी टेरर फंडिंग केस में की गई है. जानकारी के मुताबिक, एनआईए ने अल-हुदा एजुकेशनल ट्रस्ट टेरर फंडिंग केस में ये छापेमारी की है. इस छापेमारी के लिंक जमात-ए-इस्लामी से जुड़ी है, जिसपर सरकार ने साल 2019 में बैन लगा दिया था. आरोप है कि स्कूल से जुड़े लोग भी टेरर फंडिंग में शामिल थे. इस स्कूल से जुड़े पैसे आतंकवादी संगठनों को दिए जा रहे रहे थे. ये मामला एनआईए ने स्वत: संज्ञान लेकर फरवरी महीने में दर्ज किया था.

कई जिलों में एक साथ छापेमारी

अल हुदा एजुकेशनल ट्रस्ट (Al Huda Educational Trust) को जमात-ए-इस्लामी का फ्रंटल फेस माना जाता है. जो शिक्षा की आड़ में आतंकवादियों को फंडिंग करता है. एनआईए ने इस फंडिंग से जुड़े मामले में स्थानीय पुलिस और सीआरपीएफ की मदद से राजौरी, पुंछ, पुलवामा, शोपियां और कश्मीर के कुछ अन्य इलाकों में छापेमारी की है. ये ट्रस्ट स्कूल चलाता है. आरोप है कि स्कूल में भी बच्चों को कट्टरपंथ की तरफ ढकेला जाता है. 

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साल 2019 से ट्रस्ट खूब हुआ सक्रिय

एनआईए के मुताबिक, जमात-ए-इस्लामी को साल 2019 में बैन करने के बाद ये ट्रस्ट तेजी से सक्रिय हो गया था. क्योंकि जमात-ए-इस्लामी की तमाम संपत्तियों को फ्रीज कर दिया गया था. लेकिन जमात-ए-इस्लामी के लोग ट्रस्ट के माध्यम से पैसा इकट्ठा करते रहे और जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देते रहे. ये मामला 5 फरवरी, 2021 को दर्ज किया गया. इस मामले में चार लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था.