logo-image

लोगों की आवाज दबाकर बनाई थी ‘प्रेशर कुकर’ जैसी स्थिति, महबूबा मुफ्ती का केंद्र सरकार पर निशाना

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने अनुच्छेद 370 को निरस्त किये जाने को लेकर केन्द्र पर निशाना साधते हुए शुक्रवार को कहा कि लोगों की आवाज को दबाकर जम्मू कश्मीर में एक ‘प्रेशर कुकर’ जैसी स्थिति बनाई गई थी.

Updated on: 07 Nov 2020, 06:41 AM

जम्मू:

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने अनुच्छेद 370 को निरस्त किये जाने को लेकर केन्द्र पर निशाना साधते हुए शुक्रवार को कहा कि लोगों की आवाज को दबाकर जम्मू कश्मीर में एक ‘प्रेशर कुकर’ जैसी स्थिति बनाई गई थी. जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि एक समय आएगा जब केंद्र लोगों से ‘‘हाथ जोड़कर’’ पूछेगा कि वे तत्कालीन राज्य के विशेष दर्जे की बहाली के अलावा और क्या चाहते हैं. मुफ्ती ने हिरासत से अपनी रिहाई के बाद अपने पहले सार्वजनिक कार्यक्रम में कहा, ‘‘उन्होंने (केंद्र) लोगों की आवाज को दबा दिया है और उन्हें बात करने की अनुमति नहीं दे रहे हैं. यह एक प्रेशर कुकर की तरह है ... उन्होंने ऐसा माहौल बनाया है. लेकिन जब प्रेशर कुकर में विस्फोट होता है तो यह पूरे घर को जला देता है.’’

पीडीपी प्रमुख गुपकर गठबंधन घोषणा पत्र (पीसीजीडी) की शनिवार को यहां प्रस्तावित बैठक में भाग लेने के बृहस्पतिवार को पहुंचीं थीं. मुफ्ती ने कहा कि पीडीपी मौजूदा स्थिति में मूकदर्शक नहीं बनी रहेगी और जब तक अनुच्छेद 370 बहाल नहीं हो जाता तब तक चुप नहीं बैठेगी. यहां पार्टी मुख्यालय में पीडीपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘एक समय आएगा जब नई दिल्ली की सरकार हाथ जोड़कर (कश्मीर के लोगों से) पूछेगी कि 'विशेष दर्जे की बहाली के अलावा और क्या चाहते है.’’ उन्होंने कहा कि भाजपा ‘‘हमेशा के लिए शासन नहीं करने वाली है.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र ने अनुच्छेद 370 को खत्म करके संविधान का ‘‘दुरुपयोग’’ किया है. मुफ्ती ने आरोप लगाया कि देश को भाजपा के एजेंडे के अनुसार चलाया जा रहा है न कि भारत के संविधान के अनुसार.

उन्होंने कहा कि भाजपा वोट बैंक की राजनीति में लिप्त है. उन्होंने कहा कि भाजपा दुनिया को बता रही है कि कश्मीर में स्थिति सामान्य है, लेकिन लोगों को बाहर निकलने और विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं है. मुफ्ती ने कहा कि पीडीपी कार्यकर्ताओं को विरोध प्रदर्शन के लिए पुलिस ने पकड़ लिया और उनकी रिहाई के लिए हलफनामा देने के लिए कहा गया है. उन्होंने पूछा, ‘‘वे हर आवाज को दबा रहे हैं. प्रदर्शनकारियों को जेलों में बंद किया जा रहा है और उन्हें देशद्रोही करार दिया जा रहा है ... यह कैसा लोकतंत्र है? क्या यह रामराज्य है? आप पीडीपी से क्यों डरते हैं?"

चीनी घुसपैठ को लेकर केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए पीडीपी प्रमुख ने कहा, ‘‘चीन ने हमारी जमीन का 1000 वर्ग किलोमीटर हिस्सा ले लिया. वे आधारभूत संरचना और इमारतें खड़ी कर रहे हैं लेकिन किसी भी मंत्री ने इसके बारे में बात नहीं की है.’’ उन्होंने सवाल किया कि मोदी ने गलवान, लेह में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने के बारे में बिहार की चुनावी रैलियों में बात क्यों नहीं की थी.