हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में सोमवार को एक निजी स्कूल की बस अनियंत्रित होकर 100 फीट गहरी खाई में गिर गई जिससे बस में सवार कम से कम 27 बच्चों की मौत हो गई।
मरने वालों की कुल संख्या 30 बताई जा रही है। सभी मृत बच्चों की आयु 10 साल से कम है। इसके अलावा दुर्घटना में बस चालक और दो शिक्षकों की भी मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि बस के मलबे में अभी और बच्चों के फंसे होने के कारण मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है। बचाव कार्य जारी है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कांगड़ा हादसे में सभी पीड़ित लोगों के परिजनों को 5 लाख रुपये देने की घोषणा की है।
बस को खाई से निकालने के लिए एनडीआरएफ की टीम बुलाई गई है। जो बच्चों के निकलने के लिए बचाव अभियान चला रही है।
वजीर राम सिंह पठानिया मेमोरियल पब्लिक स्कूल के बच्चे स्कूल की बस से घर जा रहे थे। ज्यादातर बच्चे कक्षा पांच और इससे छोटी कक्षा के थे। इसी दौरान उनकी बस नूरपुर-चंबा मार्ग पर गुरचल गांव के निकट एक खाई में गिर गई।
इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुख जताते हुए कहा, 'कांगड़ा बस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों और करीबियों के साथ मैं सहानुभूति व्यक्त करता हूं।'
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी बस हादसे में बच्चों की मौत पर दुख जताया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक चालक शायद अपना नियंत्रण खो बैठा था जिस वजह से बस खाई में में गिर गई।
इस बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हादसे की मैजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए है।
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Source : News Nation Bureau