उत्तराखंड के चमोली में हिमस्खलन के हादसे के बाद से हिमाचल प्रदेश में प्रशासन अलर्ट है. हिमाचल प्रदेश में बीते कई दिनों बारिश का दौर जारी है. यहां पर शुक्रवार को भारी हिमपात के कारण कई जगहों पर भूस्खलन और सड़के राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित हो गए. पूरे राज्य में करीब 200 सड़कें बाधित हो गईं. कई इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त बना हुआ है. अब मौसम विभाग ने आने वाले दो दिनों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के अनुसार, 2 मार्च को शिमला, कांगड़ा, मंडी में हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है. पश्चिमी विक्षोभ की वजह से 3 मार्च की सुबह कांगड़ा, मंडी, शिमला और कुल्लू में हल्की और मध्यम बरसात हो सकती है. 3 मार्च को चंबा, लाहौल और स्पीति में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. यहां भारी बारिश के आसार बने हुए हैं.
हल्की बारिश और बर्फबारी बनी रहेगी
4 से 7 मार्च को भी कुछ स्थानों पर हल्की बारिश और बर्फबारी बनी रहेगी. 5, 6 और सात मार्च को राज्य में शुष्क मौसम की संभावना है. वहीं न्यूनतम तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है. राज्य के कई हिस्सों में दो मार्च को अधिकतम तापमान में 4 से 6 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है. इस दौरान विभाग ने आम जनता से अपील की है कि वह यात्रा से पहले मौसम की पूरी जानकारी ले लें. बारिश और भूस्खलन से प्रभावित इलाकों में जाने से बचें. वहीं स्थानीय प्रशासन की सलाह का पालन करने को कहा है.
46 लोगों का अभी भी इलाज जारी
उत्तराखंड के चमोली में शुक्रवार को हिमस्खलन के बाद से हिमाचल में भी मौसम विभाग सतर्क है. चमोली में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. इस हादसे में बर्फ के नीचे दबकर अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 46 लोगों का अभी भी इलाज जारी है. 5 लोग अभी भी लापता बताए गए हैं.
उत्तराखंड के माणा गांव के नजदीक शुक्रवार को तड़के एक ग्लेशियर टूटने से भारी हिमस्खलन देखने को मिला. इस हिमस्खलन से बीआरओ के कैंप को काफी नुकसान हुआ. इस दौरान करीब 55 मजदूर बर्फ में दब गए. बताया जा रहा है कि 50 मजदूरों को तो बाहर निकाला जा चुका है. इनमें से चार की मौत हो चुकी है. वहीं, लापता लोगों की तलाश जारी है.