Himachal Rain: रुद्रप्रयाग में फंसे श्रद्धालुओं का हेलीकाप्टर से रेस्क्यू शुरू, 122 से ज्यादा को निकाला 

Himachal Rain: मूसलाधार बारिश के कारण 13 अगस्त की रात मदमहेश्वर धाम को जोड़ने वाला बणतोली में बना पुल ध्वस्त हो गया

Himachal Rain: मूसलाधार बारिश के कारण 13 अगस्त की रात मदमहेश्वर धाम को जोड़ने वाला बणतोली में बना पुल ध्वस्त हो गया

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Mohit Saxena
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Himachal Rain( Photo Credit : social media)

द्वितीय केदार भगवान मद्मेश्वर धाम को जोड़ने वाले बणतोली पुल के ध्वस्त हो जाने के बाद 250 के करीब तीर्थयात्री यात्रा पड़ावों में फंस गए. इस दौरान श्रद्धालुओं को भारी कठियाइयों का सामना करना पड़ा. इसके बाद जब तीर्थयात्रियों ने वीडियो बनाकर प्रशासन की नाकामियों को उजागर किया तो प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए और रेस्क्यू अभियान को लेकर हलचलें तेज हुई. मंगलवार को आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के जवानों ने रस्सी के सहारे यात्रियों को निकालना शुरू किया, जबकि बुधवार सुबह से हेली से भी रेस्क्यू शुरू किया गया. मदमहेश्वर घाटी में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण 13 अगस्त की रात मदमहेश्वर धाम को जोड़ने वाला बणतोली में बना पुल ध्वस्त हो गया.

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यहां मधु गंगा नदी में बना यह पुल धराशाई हो जाने के बाद 250 के करीब तीर्थयात्री यात्रा पड़ावों में फंस गए. इनमें एक प्रेग्नेंट महिला भी शामिल थी. प्रशासन की ओर से पहले दिन रेस्क्यू को लेकर कोई कार्यवाही नहीं की गई, लेकिन जब दूसरे दिने भी प्रशासन ने हाथ-पांव नहीं मारे तो तीर्थ यात्रियों ने स्थानीय जिला प्रशासन और सरकार के खिलाफ नारे लगाने शुरू किए. 

खाने-पीने का संकट बना हुआ है

तीर्थयात्रियों ने कहा कि घाटी में राशन खत्म हो गया और उनके सामने खाने-पीने का संकट बना हुआ है. आक्रोश में तीर्थयात्रियों ने यहां तक कह डाला कि उत्तराखंड सरकार से कुछ नहीं हो पा रहा है तो वे अन्य राज्यों से मदद की गुहार लगाते हैं. इसके बाद इन वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रशासन ने रेस्क्यू अभियान  को लेकर एसडीआरएफ, एनडीआरएफ के साथ आईटीबी के जवानों को भेजा. साथ में तहसील प्रशासन भी मौजूद रहा. मंगलवार को शुरू हुए रेस्क्यू अभियान में 52 लोगों को रस्सी के सहारे नदी को पार करवाया गया, जबकि आज प्रशासन की ओर सुबह से मौसम साफ होने के बाद हेली से भी रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया है. तीर्थयात्रियों को रस्सी के सहारे के साथ हेली की मदद से निकाला जा रहा है. अब तक करीब 122 श्रद्धालुओं को निकाला जा चुका है.

रेस्क्यू आपरेशन चलाया गया

उप जिलाधिकारी ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा ने बताया कि मदमहेश्वर घाटी में हुई अतिवृष्टि के कारण गौंडार के बणतोली में लोनिवि द्वारा निर्मित गार्डर पुल के बहने से घाटी में 250 लोगों के फंसे होने की सूचना मिलने पर तहसील प्रशासन ऊखीमठ द्वारा एसडीआरएफ की सहायता से रेस्क्यू आपरेशन चलाया गया. मंगलवार को 52 व्यक्तियों को बाहर निकालने में सहायता प्राप्त हुई, जबकि आज मौसम साफ होने से सुबह से हेलीकाॅप्टर के माध्यम से भी रेस्क्यू आॅपरेशन चलाया जा रहा है, जिसमें अभी तक कुल 70 लोगों का रेस्क्यू कर लिया गया है. इस तरह अब तक कुल 122 से ज्यादा श्रद्धालुओं को निकाला जा चुका है. उन्होंने बताया कि दोपहर तक अन्य फंसे हुए लोगों को भी सुरक्षित बाहर निकालने में सफलता प्राप्त होगी. सुरक्षा के दृष्टिगत मदमहेश्वर घाटी में मेडिकल टीम और पुलिस के अधिकारियों को भी तैनात कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है. इसके साथ ही आशा जताई कि दोपहर तक सभी लोगों का सफलता पूर्वक रेस्क्यू कर लिया जाएगा.

Source : News Nation Bureau

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