हिमाचल प्रदेश मे पिछले दिनों तक हुई बारिश से करोड़ों का नुकसान हुआ है. घरों में दरारें आई हैं तो कई सड़कें और हाइवे बह गए हैं. हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के एतिहासिक रिज मैदान भी कई सालों से धीरे-धीरे खिसक रहा है. इसको बचाने की कवायद शुरू हो चुकी है. शिमला का रिज मैदान का कुछ हिस्सा धंस रहा है. अब इसको बचाने के लिये स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत काम किया जा रहा है. कुछ साल पहले इसमें दरारें आई थीं, जिन्हें अब ठीक किया जा रहा है. ऐतिहासिक रिज मैदान को धंसने से बचाने के लिए दिन रात काम किया जा रहा है. स्मार्ट सिटी प्रॉजेक्ट के तहत काम किया जा रहा है और रिज को बचाने की कवायद की जा रही है. रिज के जिस हिस्से में सीमेंट नही दिख रहा है. वहीं इसे बचाने की कोशिश की जा रही है.
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यहां पर कुछ साल पहले हल्की दरारें देखने को मिली थीं. उसके बाद से ऐतिहासिक रिज मैदान को ज्यादा खतरा न हो तभी से इस पर काम किया जा रहा है. शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि रिज मैदान कई सालों से धंस रहा है और इसे बचाने को लेकर भी प्रयास जारी है. अब इसे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत तैयार किया जा रहा है और जल्दी ही काम पूरा कर लिया जाएगा.
उन्होंने कहा रिज को इस जमीन के धंसने से अब कोई नुकसान नही होगा. जोशीमठ में जमीन धंसने की शिकायत आने के बाद से कई और हिल स्टेशन पर भी इस तरह की घटना देखने को मिली है. हाल ही में मंसूरी में भी इस तरह की घटना सामने आई. एक सर्वे में इस तरह की बात सामने आई कि मंसूरी में जरूरत से ज्यादा लोगों को पहुंचने से रोका जाए. यहां पर भूमि धंसने की खबर सामने आई है.
Source : News Nation Bureau