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संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा, निहंग समूह और मृतक का मोर्चा से कोई संबंध नहीं

हरियाणा पुलिस को शुक्रवार सुबह करीब 5 बजे सूचना मिली कि निहंगों के एक समूह ने विरोध स्थल पर एक व्यक्ति का हाथ काट दिया है और बाद में उसे रस्सी से लोहे के बैरिकेड से बांध दिया.

Updated on: 15 Oct 2021, 04:43 PM

highlights

  • आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने किसान आंदोलन को बताया राष्ट्र विरोधी
  • संयुक्त किसान मोर्चा के नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने किया लखबीर सिंह की निर्मम हत्या की निंदा 
  • शुक्रवार सुबह करीब 5 बजे सूचना मिली कि निहंगों के एक समूह ने विरोध स्थल पर एक व्यक्ति का हाथ काट दिया है

नई दिल्ली:

आज सुबह कुंडली बॉर्डर पर हुए हत्याकांड को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया. बॉर्डर पर हुए हत्याकांड को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि उसका निहंग ग्रुप और मारे गए व्यक्ति से कोई संबंध नहीं है. मोर्चा ने कहा कि यह उसे बदनाम करने की साजिश है. शुक्रवार की सुबह दिल्ली के बाहर हरियाणा-दिल्ली कुंडली बॉर्डर पर एक अज्ञात व्यक्ति का शव पुलिस बैरिकेड से बंधा मिला. उसके हाथ कटे हुए थे, जिसे देख वहां दहशत का माहौल पैदा हो गया. 

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इस पूरे मामले पर संयुक्त किसान मोर्चा ने अपनी सफाई जारी की है. संयुक्त किसान मोर्चा के नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा, “मोर्चा लखबीर सिंह (मारे गए व्यक्ति) की निर्मम हत्या की निंदा करता है. हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि इस घटना के दोनों पक्षों, निहंग समूह और मृतक का संयुक्त किसान मोर्चा के साथ कोई संबंध नहीं है. मोर्चा किसी भी धार्मिक पाठ, प्रतीक की बेअदबी के खिलाफ है.” उन्होंने कहा कि मोर्चा को धार्मिक मुद्दा बनाने का प्रयास किया जा रहा है. यह एक साजिश है, इसकी जांच होनी चाहिए. 

इस मामले में हरियाणा पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. घटना में किसानों के विरोध स्थल पर एक व्यक्ति को प्रताड़ित किया गया, उसकी हत्या की गई और उसके हाथ काटकर लटका दिया गया. प्राथमिकी के अनुसार, हरियाणा पुलिस को शुक्रवार सुबह करीब 5 बजे सूचना मिली कि निहंगों के एक समूह ने विरोध स्थल पर एक व्यक्ति का हाथ काट दिया है और बाद में उसे रस्सी से लोहे के बैरिकेड से बांध दिया.    

संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने शुक्रवार को सिंघु बॉर्डर विरोध स्थल पर एक व्यक्ति की बर्बर हत्या की निंदा की और इस मामले पर खुद को निहंगों से अलग कर लिया. एसकेएम द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, “मौके पर एक निहंग समूह ने यह कहते हुए जिम्मेदारी ली है कि यह घटना पीड़ित के सरबलोह ग्रंथ के संबंध में बेअदबी करने के प्रयास के कारण हुई है. यह बताया गया है कि वह कुछ समय से निहंगों के उसी समूह के साथ रह रहा था.”

संयुक्त किसान मोर्चा के जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा कि जब हम मौके पर पहुंचे तो कुछ लोग कह रहे थे कि मृतक ने मरने से पहले स्वीकार किया कि उसे किसी ने भेजा है और 30 हजार रुपये दिए हैं. इसका वीडियो प्रूफ मेरे पास नहीं है. सरकार इस मामले की गहन जांच करे. 

आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने किसान आंदोलन को बताया राष्ट्र विरोधी

एक अज्ञात व्यक्ति की हत्या की खबर के बाद आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने किसान आंदोलन पर हमला किया है. उन्होंने कहा कि 'किसान आंदोलन अराष्ट्रवादी, राजनीतिक और हिंसात्मक है. ये राष्ट्र विरोधी लोगों के हाथ मे चला गया है. अब किसान नेताओं को वह किसान हित और देशहित का आचरण करें. जो हुआ उस पर कठोर कार्यवाही करनी चाहिए. संयुक्त किसान मोर्चा के बयान सिर्फ भ्रम फैलाने के लिए है. वो कैसे अपने आपको इस से दूर कर सकते हैं. वो सब इन्ही का हिस्सा हैं. अब किसान नेताओ को फिर से सरकार से बात करनी चाहिए.सरकार और प्रशासन को अब इस आंदोलन पर रोक लगाने की आवश्यकता है.