प्रद्युम्न हत्या मामले में आरोपी स्कूल बस कंडक्टर अशोक एचआर प्रमुख जियूस थॉमस और रायन ग्रुप के उत्तर भारत के प्रमुख फ्रांसिस थॉमस को 29 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
रायन ग्रुप के उत्तर भारत के प्रमुख फ्रांसिस थॉमस को भी इस मामले में अभियुक्त बनाया गया है। उन परआरोप है कि वो स्कूल के प्रबंधन में कोताही बरती और सुरक्षा कमियों की अनदेखी की।
गुरुग्राम स्थित रायन स्कूल में 8 सितंबर को सात वर्षीय छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या कर दी गई थी। इस हत्या ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था।
इस हत्या के लिये बस के एक कंडक्टर अशोक को गिरफ्तार किया गया है और पुलिस ने उसे प्रथम द्रषट्या हत्या का दोषी माना है।
पुलिस का कहना था कि अशोक ने बच्चे का यौन शोषण करने की कोशिश की, जिसमें विफल रहने पर उसने बच्चे की चाकू से गला काटकर हत्या कर दी। लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में यौन शोषण का खुलासा नहीं हो पाया है।
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प्रद्युम्न के पिता 8 सितंबर की सुबह बेटे को स्कूल पहुंचाकर घर लौटे और एक घंटा बाद ही उसे स्कूल के टॉयलेट में खून से लथपथ, मृत पाया गया था। इस घटना के बाद समूचे देश में स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था और बच्चों की सुरक्षा राष्ट्रीय मुद्दा बन गई है।
हरियाणा सहित कई राज्यों में चल रहे रायन स्कूल के बाहर अभिभावकों और आक्रोशित लोगों ने प्रदर्शन किया था।
सोमवार को स्कूल को खोला गया है लेकिन प्रद्युम्न के पिता की मांग है कि जब तक जांच पूरी न हो जाए स्कूल को बंद रखा जाए। उनका कहना है कि स्कूल खोलने से कई सबूत नष्ट होने का खतरा होगा।
इस घटना के बाद हरियाणा सरकार ने स्कूल को अपने कब्जे में ले लिया है और रायन स्कूल का प्रशासन सरकार देखेगी।
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Source : News Nation Bureau