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कोरोना को लेकर हरियाणा में आज रात से लगा नाइट कर्फ्यू

देश में एक बार फिर कोरोना की दूसरी लहर कहर बरपा रही है. देश के कई राज्यों में कोरोना तेजी से फैलने लगा है. इस बीच कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए हरियाणा की खट्टर सरकार ने बड़ा फैसला लिया है.

Updated on: 12 Apr 2021, 07:17 PM

नई दिल्ली:

देश में एक बार फिर कोरोना की दूसरी लहर कहर बरपा रही है. देश के कई राज्यों में कोरोना तेजी से फैलने लगा है. इस बीच कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए हरियाणा की खट्टर सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. हरियाणा में अगले आदेश तक के लिए सोमवार रात से नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है. हरियाणा में ये नाइट कर्फ्यू रात 9 बजे से लेकर सुबह 5 बजे तक रहेगा. हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने ट्वीट कर कहा कि बढ़ते कोरोना के केसों को देखते हुए हरियाणा में नाइट कर्फ्यू हरदिन रात 9:00 बजे से प्रातः 5:00 बजे तक आगामी आदेश तक जारी रहेगा.

देश में कोरोना ने तोड़े सारे रिकॉर्ड

देश में कोरोना ने सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए करीब 1.70 लाख के आंकड़े तक पहुंच गया है. दिल्ली में रविवार को कोरोना के 10 हजार से अधिक मामले सामने आए. वहीं उत्तर प्रदेश में भी पिछले 24 घंटे में कोरोना के 15 हजार से अधिक मामले सामने आए. कोरोना के 70 फीसदी से ज्यादा मामले सिर्फ 5 राज्यों से हैं जिनमें महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और केरल शामिल हैं. विधानसभा चुनावों के बीच पश्चिम बंगाल में भी कोरोना बढ़ना शुरू हो गया है. 

देश में 12 लाख के पार पहुंचे एक्टिव केस

देश में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 12 लाख के पार पहुंच चुकी है. देश में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना के 1 लाख 70 हजार के करीब नए मामले सामने आए हैं जो अभी तक एक दिन में सबसे ज्यादा हैं. वहीं, इस दौरान करीब 900 लोगों ने अपनी जान भी गंवाई है. लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों से ऐक्टिव केसों की संख्या भी बढ़ गई है. इस वक्त देश में कोरोना के ऐक्टिव केसों की संख्या 12 लाख को पार कर गई है. देश में अबतक 1 लाख 70 हजार से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमण के चलते अपनी जान गंवा चुके हैं.

बीते सप्ताह हर रोज एक लाख से ज्यादा मामले

बीते सप्ताह के सात में से छह दिनों में रोजाना संक्रमण के एक लाख से ज्यादा नए मामले दर्ज किए गए. संक्रमण का ट्रेंड बताता है कि न सिर्फ रोजाना संक्रमण के मामलों में तेजी आई, बल्कि रोजाना ठीक होने वाले में मरीजों की संख्या घट जाने से देश की चिंता बढ़ गई. देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या अब तक के ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गई है. राहत की बात यह रही कि कोरोना जांचें और रोजाना टीकाकरण में तेजी आई जो संक्रमण से लड़ने के लिए बेहद जरूरी है. संक्रमण के मामलों में तेज गति से वृद्धि होने के चलते देश के 15 राज्यों और दिल्ली में स्वास्थ्य ढांचे पर अप्रत्याशित रूप से भार बढ़ गया है. ऐसे में प्राधिकारों ने कहीं अधिक संख्या में कोविड अस्पताल आरक्षित करना शुरू कर दिया है और लोगों की आवाजाही पर रोक बढ़ाने के अलावा मेडिकल आपूर्ति की किसी भी कमी को दूर करने के लिए कदम उठा रहे हैं.

हर दिन औसतन 1.24 लाख मामले मिले

देश में पिछले सप्ताह हर दिन औसत 1,24,476 नए कोरोना मामले दर्ज किए गए, जबकि पहली लहर के दौरान अधिकतम 97 हजार से कुछ अधिक मामले ही एक दिन के भीतर दर्ज किए गए थे. पिछले रविवार यानी 5 अप्रैल को देश में पहली बार 24 घंटों में एक लाख से कुछ अधिक केस दर्ज किए गए थे. जिसके बाद बीते रविवार यानी 11 अप्रैल की सुबह आठ बजे तक 24 घंटों में 1.52 लाख नए केस आए. इस सप्ताह के सात दिनों में से छह दिनों में रोजाना एक लाख से ज्यादा संख्या में नए केस दर्ज हुए जो भारत में अब तक का सर्वाधिक है. इस समय देश में संक्रमण के कुल मामलों के दोगुने होने की अवधि 60.2 दिन और मौतों के मामलों के दोगुने होने की अवधि 139.5 दिन है.

रेमडेसिविर की किल्लत बढ़ी

केंद्र ने कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के कारण रेमडेसिविर की मांग बढ़ने के मद्देनजर रविवार को कहा कि वायरस रोधी इंजेक्शन और इसके लक्षित प्रभाव देने के लिए इसमें इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री (एपीआई) के निर्यात पर स्थिति में सुधार होने तक रोक लगा दिया है. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इसके अलावा दवा की आसानी से उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए रेमडेसिविर के सभी घरेलू निर्माताओं को अपने विक्रेताओं और वितरकों की जानकारी अपनी वेबसाइट पर प्रदर्शित करने की सलाह दी गई है. कुछ राज्यों से दवा की कमी पड़ने की खबरें हैं.