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दुष्यंत चौटाला( Photo Credit : ANI)
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री और जेजेपी चीफ दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala)ने राजकुमार गौतम के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है. बता दें कि विधायक राजकुमार गौतम (MLA RK Gautam) ने बुधवार को जेजेपी के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था.
जेजेपी चीफ दुष्यंत चौटाला ने कहा, 'वह एक वरिष्ठ नेता हैं. अगर उन्हें कोई शिकायत है, तो वह आकर पार्टी सदस्यों को बता सकते हैं. अभी तक हमें उनका इस्तीफा नहीं मिला है. पार्टी के वरिष्ठ नेता उनसे बात करेंगे और मामले पर चर्चा करेंगे.
Haryana Dy CM & JJP chief Dushyant Chautala on JJP MLA RK Gautam resigned as party vice president: He is a senior leader, if he has some grievance, he can come&tell the party members. We've not received his resignation yet. Senior party leaders will talk to him&discuss the matter https://t.co/ezMmgGKH1Vpic.twitter.com/XxmdLcnkqJ
— ANI (@ANI) December 26, 2019
बता दें कि नारनौंद से विधायक राजकुमार गौतम ने इस्तीफा देने के बात दुष्यंत चौटाला पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा कि पार्टी क्षेत्रीय हैं और उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का पद दे रखा है. उन्होंने आगे कहा कि दुष्यंत चौटाला को जेजेपी के 9 विधायकों ने उपमुख्यमंत्री बनाया है और वह 11 महकमे अपने पास दबाकर बैठ गए हैं. जेजेपी के अन्य विधायकों की अनदेखी के कारण उनमें काफी नाराजगी है.
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इसके साथ ही उन्होंने कैप्टन अभिमन्यु और दुष्यंत चौटाला के बीच सेंटिंग का भी आरोप लगाया. गौतम ने आगे कहा कि वह जेजेपी में इसलिए शामिल हुए थे कि शायद दुष्यंत चौधरी देवीलाल के रास्ते पर चलेंगे, लेकिन यह नहीं पता था कि इस तरह से सेटिंग करने में लग जाएंगे.
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जेजेपी के बीजेपी के साथ गठबंधन के बाद मंत्री पद की दौड़ में शामिल गौतम ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाले कैबिनेट में उन्हें मंत्री नहीं बनाये जाने का कोई असंतोष नहीं है. गौतम ने कहा, ‘मैं जेजेपी के टिकट का आकांक्षी भी नहीं था. यद्यपि दुष्यंत और उनके पिता अजय चौटाला की इच्छा थी कि मुझे उनके साथ आना चाहिए. उन्हें पता था कि मैं ही बीजेपी के विधायक कैप्टन अभिमन्यु को हरा सकता हूं.
Source : News State