जाट आरक्षण की मांग मांग पर दंगल एक बार फिर रविवार से शुरू हो रहा है। इस आंदोलन के दौरान राज्य सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने की होगी। इसी के मद्देनज़र हरियाणा सरकार ने केंद्र से पैरा मिलिट्री फोर्स की 20 कंपनियां और मांगी हैं। 37 कंपनियां पहले ही हरियाणा मौजूद है।
अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक ने आंदोलन का एलान किया है। उनका साफ कहना है कि राज्य सरकार ने उनकी कोई मांग नहीं मानी है। इसलिए वो आंदोलन करेंगे हालांकि उन्होंने कहा धरना प्रदर्शन शांतिपूर्ण होगा लेकिन राज्य सरकार कोई कोताही नहीं बरतना चाहती है।
हिसार, रोहतक, सोनीपत, पानीपत में पुलिस ने नाकेबंदी कर दी है। सभी जगह धारा 144 लगा दी गई है।
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पिछली बार आंदोलन में मुनक नहर पर आंदोलन कर रहे लोगों ने जमकर उत्पात मचाया था जिसकी वजह से दिल्ली के कई इलाको में भी पानी की किल्लत हो गई थी। इसको ध्यान में रखते हुए इस बार मुनक नहर पर रैपिड एक्शन फोर्स तैनात की गई है। नहर और इसके आसपास पुलिस पेट्रोलिंग तेज कर दी गई है।
शनिवार को जाट जागृति सेना ने कहा कि अगर उनका मांग नहीं मानी गई तो वह दिल्ली की हवा-पानी रोक देंगे। प्रशासन का दावा है कि फिलहाल नहर के आसपास 20 सीआरपीएफ कंपनियां और करीब 250 पुलिस जवान तैनात कर हैं।
HIGHLIGHTS
- आज से फिर एक बार जाट आरक्षन की मांग को लेकर आंदोलन शुरू कर रहे हैं।
- इसी के मद्देनज़र हरियाणा सरकार ने केंद्र से पैरा मिलिट्री फोर्स की 20 कंपनियां और मांगी हैं।
- हिसार, रोहतक, सोनीपत, पानीपत में पुलिस ने नाकेबंदी कर दी है। सभी जगह धारा 144 लगा दी गई है।
Source : News Nation Bureau