वोट डालना भारत के हर नागरिक का अधिकार है. इसी अधिकार से नागरिक अपने देश का अधिकार तय कर पाते हैं. चुनाव लोकसभा का हो या फिर विधानसभा का, मतदान सबको करना चाहिए. कई लोग अपने अधिकारों का इस्तेमाल भी नहीं करते हैं. लेकिन करनाल के असंध विधानसभा क्षेत्र के सरदार सुजान सिहं ऐसे नहीं हैं. 103 साल के सिंह हर बार मतदान करते हैं. इस बार भी मतदान के लिए वे काफी उत्साहित हैं और एक अक्टूबर का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.
एक अक्टूबर का इंतजार उन्हें इसलिए है कि क्योंकि हरियाणा में एक तारीख को ही मतदान है. उन्होंने लोगों से अपील की है कि सभी को वोटिंग करना चाहिए. 103 साल के सिंह ऐसे उत्साहित हैं, जैसे पहली बार वोट करने के लिए युवा उत्साहित होते हैं. उन्होंने बैलट पेपर से मतदान करने का एक्सपीरियंस भी साधा किया.
पिता से प्रभावित होकर नेवी में हुए शामिल
सुजान सिंह इंडियन नेवी से रिटायर हैं. सुजान नेवी में चीफ मैकेनिकल इंजीनियर के पद से रिटायर हुए हैं. 1922 में जन्में सुजान के पिता भी फौज में थे. अपने पिता से प्रभावित होकर ही उन्होंने नेवी ज्वाइन की थी. 18 अगस्त 1944 को लाहौर शहर में उनकी भर्ती नेवी में हुई. पूर्तगालियों को गोवा से खदेड़ने में सिंह ने अहम भूमिका निभाई थी. सिंह की लाइफस्टाइल कई लोगों की प्रेरणा है. वे इस उम्र में भी सुबह-शाम सैर पर जाते हैं और पूरे तरीके से फिट हैं.
बैलेट पेपर से भी डाला वोट
सुजान सिंह करनाल के सेक्टर 8 के पार्ट 2 के रहने वाले हैं. मतदान केंद्र उनके घर से दूर है, बावजूद इसके वे वोटिंग करने जाते हैं. सुजान सिंह ने बताया कि नेवी में रहते हुए वे बैलेट पेपर के जरिए वोट डालते थे. समय के साथ बदलाव आया और अब वे ईवीएम से वोट डाल रहे है. उन्होंने लोकसभा चुनाव में भी वोट डाला था. उन्होंने जनता से अपील की है कि सभी लोग अपने मतदान के अधिकार का फायदा उठाएं और वोटिंग करने जरूर जाएं. बता दें, चुनाव आयोग के अनुसार, हरियाणा में 10 हजार वोटर ऐसे हैं, जिनकी उम्र 100 साल से अधिक है.