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हरियाणा: स्कूल के बच्चे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिख रहे हैं 1,00,000 चिट्ठियां, जानें क्यों

डीएवी संस्थाओं के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी ने कहा कि एक लाख पत्र लिखकर सरकार से शहीदी बाल दिवस घोषित करने की मांग की जाएगी.

Updated on: 22 Nov 2019, 03:03 PM

नई दिल्ली:

हरियाणा के जींद का DAV स्कूल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 1 लाख चिट्ठियां लिख रहा है. DAV स्कूल चाहता है कि सरदार फतेह सिंह और सरदार जोरावर सिंह के पुण्य दिवस को बाल दिवस के नाम पर घोषित किया जाए, जिन्हें जिंदा दीवारों में चुनवा दिया गया था. इसी मांग को लेकर जींद का DAV स्कूल देश के पीएम मोदी को एक लाख चिट्ठियां लिख रहा है. डीएवी संस्थाओं के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. धर्मदेव विद्यार्थी ने कहा कि एक लाख पत्र लिखकर सरकार से शहीदी बाल दिवस घोषित करने की मांग की जाएगी.

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डॉ. धर्मदेव ने गुरुवार को स्कूल में ही पत्रकारों से बातचीत करते हुए इस बात की जानकारी दी. डॉ. धर्मदेव ने कहा कि इतिहास में एक-दो नहीं बल्कि सैकड़ों ऐसे वीर बालक हुए हैं जिन्होंने देश के लिए हंसते-हंसते अपने प्राण त्याग दिए. उनमें सबसे छोटे मात्र 6 वर्ष की अवस्था के सरदार फतेह सिंह तथा 9 वर्ष की अवस्था के सरदार जोरावर सिंह जिन्हें जिंदा ही दीवारों में चुनवा दिया गया था. उन्होंने कहा कि सरदार फतेह सिंह और सरदार जोरावर सिंह मौत के डर से टस से मस भी नहीं हुए.

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सरदार फतेह सिंह और सरदार जोरावर सिंह की इसी बहादुरी के लिए जींद के बच्चों ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 20000 पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि शहीद फतेह सिंह और जोरावर सिंह के पुण्य दिवस को बाल दिवस के रूप में घोषित किया जाए. इसके साथ ही ये भी फैसला लिया गया है कि 14 नवंबर से 26 दिसंबर पुण्य तिथि तक प्रदेश के बच्चे एक लाख पत्र लिखकर प्रधानमंत्री से आग्रह करेंगे कि शहीद बच्चों को उनका सम्मान मिले.