हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार उन ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई कर रही है, जो 'डंकी' मार्गों के जरिए युवाओं को विदेश भेजने में शामिल थे. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही अवैध आव्रजन के खिलाफ एक कानून लाने की तैयारी कर रही है. युवाओं को ठगने वालों की पहचान की जा रही है. समस्या के समाधान को लेकर सख्त कदम उठाए जाएंगे. सीएम सैनी का बयान ऐसे समय पर आया है कि जब 100 से अधिक भारतीय अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई करते हुए अमेरिका ने उन्हें वापस भेज दिया है. निर्वासित लोगों में 33 हरियाणा से थे. वहीं अन्य पंजाब, गुजरात, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों से थे.
आगामी बजट सत्र में पेश किया जाएगा कानून
हरियाणा से कई निर्वासित लोगों ने अपने अनुभव को साझा किया है. उन्होंने बताया है कि किस तरह से बेईमान ट्रैवल एजेंटों ने उन्हें धोखा देने का प्रयास किया. वे विदेश में फंसे रह गए. इन घटनाओं के जवाब में सैनी ने कहा कि राज्य सरकार एक कानून लाएगी, इसका उद्देश्य अवैध आप्रवासन को सख्ती से नियंत्रित करना है. उन्होंने कहा कि प्रस्तावित कानून आगामी बजट सत्र में पेश किया जाएगा.
ट्रैवल एजेंट के खिलाफ मामला दर्ज
पंजाब और हरियाणा पुलिस ने दो दिन पहले अमेरिका की ओर से निर्वासित किए गए. अवैध भारतीय प्रवासियों को धोखा देने के आरोप में कुछ ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं. पंजाब पुलिस ने अमृतसर जिले के एक ट्रैवल एजेंट के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
यहां एजेंट की पहचान सतनाम सिंह मनन के रूप में सामने आई है. वह अवैध रूप से अमेरिकी निर्वासित 104 लोगों में से एक को भेजने में शामिल था. पुलिस के अनुसार, आरोपी फरार है और जांच टीमें तलाश मे जुटी हैं. उसकी दुकान को पुलिस ने सील कर दिया है. इस तरह करनाल में एक परिवार की शिकायत पर चार ट्रैवल एजेंटों पर मामला दर्ज किया गया है.