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गुरुग्राम में 15 जून से शुरू होगा सीरो सर्वे, लोगों से ली जाएगी ये जानकारी

गुरुग्राम का स्वास्थ्य विभाग 15 जून से सीरो सर्विलांस सर्वे के लिए पूरी तरह तैयार है. सर्वे के तहत जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को 20 क्लस्टर में बांटा गया है.

Updated on: 12 Jun 2021, 09:48 PM

गुरुग्राम:

गुरुग्राम का स्वास्थ्य विभाग 15 जून से सीरो सर्विलांस सर्वे के लिए पूरी तरह तैयार है. स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि इस तरह के अध्ययन का उद्देश्य जिले में संक्रमण की आबादी की निगरानी करना है. सर्वे के तहत जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को 20 क्लस्टर में बांटा गया है. उन्होंने कहा कि लोगों ने एंटीबॉडी विकसित की है या नहीं, इसका पता लगाने के लिए आईजीजी एंटीबॉडी टेस्ट के लिए नमूने जमा किए जाएंगे. सिविल सर्जन वीरेंद्र यादव ने बताया कि गुरुग्राम में 20 अलग-अलग क्लस्टर के लोगों पर सीरो सर्विलांस सर्वे किया जा रहा है, जिसमें से 8 क्लस्टर शहरी और 12 क्लस्टर ग्रामीण इलाकों में हैं. यह अध्ययन जिले के 400 लोगों पर किया जाएगा.

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प्रत्येक क्लस्टर से 20 लोगों को लिया जाएगा, जिनमें से 18 वर्ष से अधिक आयु के 12 नमूने, 10 से 17 वर्ष के आयु वर्ग के 6 नमूने और 6 से 9 वर्ष के आयु वर्ग के 2 बच्चों के नमूने लिए जाएंगे. जिला निगरानी अधिकारी जय प्रकाश ने आईएएनएस को बताया, "इस टेस्ट से हम यह पता लगा सकते हैं कि क्या कोई व्यक्ति कोविड से संक्रमित था और बाद में ठीक हो गया. यह भी पता चलेगा कि उसके शरीर में कोविड संक्रमण के प्रति एंटीबॉडी विकसित हुई हैं या नहीं." इस बीच, गुरुग्राम ने शनिवार को 17 नए कोविड मामले दर्ज किए. जिसके बाद कोरोना के कुल मामले 1,80,475 हो गये हैं. जिले में मृतकों की संख्या 870 हो गई है.

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वही उत्तर प्रदेश में 4 जून से सीरो सर्वे की सैंपलिंग शुरु हो गई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशानुसार प्रदेश में यह सीरो सर्वे की शुरुआत हो गई. पूरे प्रदेश में सीरो सर्वे की सैंपलिंग शुरु हो चुकी है. इस सीरो सर्वे में लिंग, आयु, शहरी/ग्रामीण के अलग-अलग स्तर पर आंकलन होगा. इस सर्वे में लोगों के शरीर में कोरोना वायरस से लड़ने वाले एंटीबॉडीज की मौजूदगी का पता लगाया जाता है. सीरो सर्वे में चिन्हित गए लोगों के खून का सैंपल लिया जाएगा और उसे जांच के लिए भेजा जाएगा. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को यह आदेश दिया कि इस सर्वे को तेजी से शुरू करें और जून के अंत तक सर्वे का फाइनल रिपोर्ट प्रस्तुत करें. सीरो सर्वे से यह पता चल जाएगा कि यूपी की कितनी आबादी कोरोना संक्रमित हुई.