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पूर्व CM ओपी चौटाला की सजा पूरी, JBT भर्ती घोटाले में हुई थी 10 साल की जेल

तिहाड़ जेल प्राधिकरण (Tihar Jail Authority) ने उनके वकील अमित साहनी को जानकारी दी है कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओम प्रकाश चौटाला ने जेबीटी (जूनियर बेसिक ट्रेनिंग) मामले में अपनी सजा पूरी कर ली है और वह विशेष छूट के पात्र हैं.

Updated on: 23 Jun 2021, 12:03 PM

highlights

  • जेबीटी भर्ती घोटाले में जेल गए थे ओपी चौटाला
  • हाल ही में उम्र का हवाला देकर बेल पर बाहर आए थे
  • ओपी चौटाला के बाहर आने से राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ीं

नई दिल्ली:

जूनियर बेसिक टीचर (JBT) भर्ती घोटाले में 10 साल की सजा काट रहे हरियाणा के पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला (Om Prakash Chautala) अब तिहाड़ जेल से रिहा हो सकते हैं. तिहाड़ जेल प्राधिकरण (Tihar Jail Authority) ने उनके वकील अमित साहनी को जानकारी दी है कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओम प्रकाश चौटाला ने जेबीटी (जूनियर बेसिक ट्रेनिंग) मामले में अपनी सजा पूरी कर ली है और वह विशेष छूट के पात्र हैं. ऐसे में आने वाले दिनों में उनकी विधिवत रिहाई की प्रक्रिया पूरी हो सकती है. उनके वकील ने बताया कि कल रात को चौटाला की सजा पूरी हो गई है. कुछ कागजी कार्रवाई बची हुई है. वह पूरी होते ही आधिकारिक तौर पर रिहाई के आदेश जारी हो जाएंगे.

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बता दें कि कि फरवरी, 2013 में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला और उनके विधायक बेटे अजय चौटाला को तीन अन्य सरकारी अधिकारियों के साथ जाली दस्तावेजों का का उपयोग करके राज्य में तीन हजार से अधिक शिक्षकों की अवैध रूप से भर्ती करने के आरोप में सीबीआई की विशेष अदालत ने 10 साल की सजा सुनाई थी. इसी मामले में अजय चौटाला भी सजा काट रहे हैं. ओम प्रकाश चौटाला हाल ही में बेल पर जेल से बाहर आए थे. इसलिए ऐसे में उनको अब जेल जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. 

इससे पहले दिल्ली हाईकोर्ट ने शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में सजा काट रहे पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला को रिहा करने के मुद्दे पर दिल्ली सरकार को संबंधित रिकॉर्ड पेश करने का निर्देश दिया था. अदालत ने चौटाला की पैरोल अवधि भी 12 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दी थी. चौटाला ने अपनी उम्र और दिव्यांगता के आधार पर जेल से रिहाई की मांग की थी. इससे पहले दायर याचिका में चौटाला ने केंद्र सरकार के 18 जुलाई, 2018 की अधिसूचना का हवाला दिया था. अधिसूचना के तहत 60 साल से ज्यादा उम्र पार कर चुके पुरुष, 70 फीसदी वाले दिव्यांग व बच्चे अगर अपनी आधी सजा काट चुके हैं तो राज्य सरकार उसकी रिहाई पर विचार कर सकती है.

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चौटाला के जेल में रहने को दौरान ही उनके परिवार में कलह हो गई थी और इसके चलते इनेलो से अलग होकर उनका पोते दुष्यंत चौटाला ने जननायक जनता पार्टी का गठन किया था. बीते विधानसभा चुनावों में इस पार्टी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 11 सीटें हासिल की थी और अब दुष्यंत चौटाला बीजेपी के साथ गठबंधन सरकार का हिस्सा हैं. यही नहीं उन्हें राज्य सरकार में डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी भी मिली है. वहीं अब ओम प्रकाश चौटाला के जेल से बाहर आते ही राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं.