हरियाणा में नहीं थम रहा PCCF पद को लेकर विवाद, वन विभाग में गहराया नेतृत्व संकट, जानें क्या है माजरा

कई बार विवाद आमजन व संबंधित विभाग के लिए घातक साबित होता है. ऐसा ही कुछ मामला पिछले कुछ दिनों से हरियाणा वन विभाग में नेतृत्व संकट को लेकर गहराया है. मुख्य प्रधान वन संरक्षक (PCCF) का पद पिछले एक महीने से खाली है, जिससे प्रशासनिक कामकाज प्रभावित हो रहा है.

कई बार विवाद आमजन व संबंधित विभाग के लिए घातक साबित होता है. ऐसा ही कुछ मामला पिछले कुछ दिनों से हरियाणा वन विभाग में नेतृत्व संकट को लेकर गहराया है. मुख्य प्रधान वन संरक्षक (PCCF) का पद पिछले एक महीने से खाली है, जिससे प्रशासनिक कामकाज प्रभावित हो रहा है.

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Sunder Singh
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कई बार विवाद आमजन व संबंधित विभाग के लिए घातक साबित होता है. ऐसा ही कुछ मामला पिछले कुछ दिनों से हरियाणा वन विभाग में नेतृत्व संकट को लेकर गहराया है.  मुख्य प्रधान वन संरक्षक (PCCF) का पद पिछले एक महीने से खाली है, जिससे प्रशासनिक कामकाज प्रभावित हो रहा है.  यह स्थिति तब और जटिल हो गई जब वरिष्ठ अधिकारियों पर लगे आरोपों के चलते नए PCCF की नियुक्ति में लगातार देरी हो रही है. आपको बता दें कि हरियाणा में हाल ही में नई सरकार का गठन हुआ है..ये विवाद काफी दिनों से चल रहा है. अंदेशा लगाया जा रहा था कि नई सरकार के गठन के बाद शायद हरियाणा वन विभाग को नया प्रधान वन संरक्षक मिल जाए. लेकिन हालातों में कुछ सुधार देखने को नहीं मिला है...

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सरकार ने लिया निर्णय

आपको बता दें कि हाल ही में हरियाणा सरकार ने1988 बैच के भारतीय वन सेवा (IFS) अधिकारी  जगदीश चंद्र  को PCCF के पद पर नियुक्त करने का निर्णय लिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अतिरिक्त मुख्य सचिव (पर्यावरण, वन और वन्यजीव) आनंद मोहन शरण ने इस नियुक्ति पर आपत्ति जता दी है.  उनका कहना है कि चंद्र के कार्यकाल में, स्थानांतरण, भुगतान और अनुशासनात्मक मामलों जैसे महत्वपूर्ण फैसले लेने में कठिनाई हो सकती है. अब विवादे के बीच एक नाम और सामने आ रहा है. जिसका नाम है वरिष्ठ अधिकारी, IFS  वीनीत गर्ग. ये वर्तमान में वह वर्तमान में PCCF (वन्यजीव) और मुख्य वन्यजीव वार्डन के रूप में कार्यरत हैं.. लेकिन उनके खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं के आरोप हैं, जिसके चलते उनका मामला सतर्कता विभाग और लोकायुक्त के पास लंबित है.  

वन मंत्री ने दिये संकेत 

वन मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि या तो वीनीत गर्ग या विवेक सक्सेना को PCCF के रूप में नियुक्त किया जा सकता है. सरकार विधानसभा सत्र समाप्त होने के बाद इस पद पर नियुक्ति का अंतिम निर्णय लेगी. हालांकि कई आलाधिकारियों ने अभी भी नियमों का हवाला दिया है. नियमानुसार बताया जा रहा है कि भारत सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार, PCCF (HoFF) पद पर नियुक्ति के लिए उत्कृष्ट योग्यता, निष्ठा और उस पद के लिए विशिष्ट उपयुक्तता को प्राथमिकता दी जाती है.  अब देखना ये है कि कब तक वन विभाग को नया चीफ मिलता है.  

 

 

Haryana
      
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