Bhagavad Gita: हरियाणा के स्कूलों में अब हर सुबह श्रीमद्भगवतगीता के श्लोक सुनाई देंगे. दरअसल, हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने निर्देश दिए हैं कि स्कूलों में मॉर्निंग प्रेयर की शुरुआत श्रीमद्भगवातगीता के श्लोकों के पाठ से होगी. बोर्ड ने प्रदेश के सभी स्कूलों के लिए निर्देश जारी किए हैं. बोर्ड ने छात्रों में नैतिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए ये फैसला लिया है. 17 जुलाई 2025 से ये फैसला लागू हो गया है. खास बात है कि बोर्ड का ये फैसला प्रदेश के सभी स्कूलों के लिए है, फिर चाहे वह प्राइवेट हो या फिर सरकारी.
Bhagavad Gita: इस स्कूल से हुई पहल की औपचारिक शुरुआत
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने सभी संबंधित स्कूलों (सरकारी और निजी) में इस फैसले को अनिवार्य कर दिया है. भिवानी में सर्वपल्ली राधाकृष्णन लैब स्कूल से बोर्ड अध्यक्ष डॉ. पवन कुमार ने इसकी औपचारिक शुरुआत की. नई पीढ़ी में जीवन मूल्यों की समझ विकसित करने में मदद मिलेगी. स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने बोर्ड के फैसले का स्वागत किया. वे गीता के प्रचार-प्रसार के लिए लंबे समय से काम कर रहे हैं.
Bhagavad Gita: नई पीढ़ी के विकास में अहम है ये बोर्ड का ये कदम
भारतीय संस्कृति और दर्शन को शिक्षा के माध्यम से युवा पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए हरियाणा ने ये पहल शुरू की है. गीता के श्लोकों को सिर्फ धार्मिक ग्रंथ के रूप में नहीं, बल्कि मानवीय मूल्य, वैज्ञानिक दृष्टिकोण और नेतृत्व के विकास के लिए उपयोगी माना जा रहा है. कुछ लोग इसे संस्कृति संवर्धन के रूप में देखते हैं, जबकि कुछ इसका विरोध भी कर रहे हैं.
Bhagavad Gita: उत्तराखंड सरकार में भी लागू है ऐसा नियम
हरियाणा से पहले, उत्तराखंड सरकार ने भी ऐसा ही एक फैसला लिया था. इसके तहत प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों की मॉर्निंग प्रेयर में स्टूडेंट्स को हर रोज गीता का एक श्लोक अर्थ सहित सुनाया जाता है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत राज्य सरकार ने ये फैसला किया है. हर सप्ताह स्कूलों में श्लोक ऑफ द वीक चुना जाता है और उसे अर्थ सहित नोटिस बोर्ड पर डिसप्ले किया जाता है. सप्ताह के आखिर में इस पर चर्चा की जाती है और आखिर में फीडबैक लिया जाता है.