/newsnation/media/post_attachments/images/2021/08/29/dushyant-chautala-89.jpg)
दुष्यंत चौटाला, उप-मुख्यमंत्री, हरियाणा सरकार( Photo Credit : NEWS NATION)
हरियाणा के करनाल में शनिवार को किसानों पर हुए लाठीचार्ज में कई किसानों को गंभीर चोटें आईं. इसके बाद प्रदेश का राजनीतिक तापमान बढ़ गया. विपक्ष ने खट्टर सरकार पर निशान साधते हुए कहा कि भाजपा सरकार किसान विरोधी है. इसी बीच सोशल मीडिया पर करनाल के एसडीएम आयुष सिन्हा का एक वीडियो वायरल हो गया. जिसमें वह पुलिस से किसानों का सिर फोड़ने की बात कहते हुए दिख रहे हैं. वीडियो वायरल होने के बाद किसान एसडीएम के बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं. किसानों पर सुनियोजित तरीके से लाठीचार्ज करने के विपक्ष का आरोप पुख्ता होता दिखा तो हरियाणा सरकार में शामिल जेजेपी के नेता और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला डैमेज कंट्रोल में लग गये. चौटाल ने एसडीएम सिन्हा पर कार्रवाई का वादा किया है.
करनाल के एसडीएम आयुष सिन्हा (SDM Ayush Sinha) का वायरल वीडियो हरियाणा सरकार के गले की फांस बन गया है. किसानों की बात करने वाले जननायक जनता पार्टी के नेता और खट्टर सरकार में उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पर भी किसान तंज कस रहे हैं. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि," देश में सरकारी तालिबानों का कब्ज़ा हो चुका है. देश में सरकारी तालिबानों के कमांडर मौज़ूद है. इन कमांडरो की पहचान करनी होगी. जिन्होंने आदेश दिया सर फोड़ने का वहीं कमांडर है: किसान नेता राकेश टिकैत, करनाल में पुलिस द्वारा किसानों पर हुए लाठीचार्ज पर."
#WATCH: देश में सरकारी तालिबानों का कब्ज़ा हो चुका है। देश में सरकारी तालिबानों के कमांडर मौज़ूद है। इन कमांडरो की पहचान करनी होगी। जिन्होंने आदेश दिया सर फोड़ने का वहीं कमांडर है: किसान नेता राकेश टिकैत, करनाल में पुलिस द्वारा किसानों पर हुए लाठीचार्ज पर pic.twitter.com/KnuPFQ7SGx
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 29, 2021
हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) ने इस पूरे विवाद पर एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए बात करते हुए कहा, 'एक आईएएस अधिकारी की ओर से किसानों के लिए इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करना निंदनीय है. निश्चित रूप से उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.'
चौटाला ने आगे कहा, 'उन्होंने (एसडीएम आयुष सिन्हा) सफाई देते हुए कहा है कि वो दो दिन से सोए नहीं थे. शायद उन्हें ये नहीं पता है कि किसान साल के 200 दिन सोते नहीं हैं.'
शनिवार को करनाल में किसानों का विरोध प्रदर्शन था. किसान बीजेपी की मीटिंग का विरोध कर रहे थे. इस दौरान करनाल के एसडीएम आयुष सिन्हा पुलिस के जवानों को सुरक्षा को लेकर समझाइश दे रहे थे. वो पुलिस से कह रहे थे कि अगर कोई भी सुरक्षा को तोड़ता है तो उसका सिर फोड़ देना. उनका ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिसके बाद से उनकी बर्खास्तगी की मांग हो रही है.
यह भी पढ़ें:हरियाणा: CM खट्टर ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग, किसानों के मुद्दे पर कोई फैसला संभव
हरियाणा में किसान केंद्र और राज्य सरकार से नाराज चल रहे हैं. शनिवार को करनाल के बसताड़ा टोल और किसानों पर लाठीचार्ज चार्ज के विरोध में किसानों का गुस्सा फूट पड़ा. किसानों ने पुलिस के लाठीचार्ज के विरोध में प्रदेश की अलग-अलग जगहों पर नेशनल हाइवे और स्टेट हाइवे पर जाम लगा दिया है.
किसानों पर लाठी चार्ज के खिलाफ गोहाना के भेंसवान चौक पर रोहतक-पानीपत नेशनल हाइवे को जाम कर दिया था. भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने किसानों को सभी सड़कों को जाम करने को कहा है.
HIGHLIGHTS
- किसान एसडीएम सिन्हा के बर्खास्तगी की कर रहे हैं मांग
- उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कार्रवाई का दिया आश्वासन
- मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किसानों के मुद्दे पर बुलाई बैठक