सूरत की एक हीरा फैक्ट्री में 118 कारीगरों की हत्या के प्रयास का आरोपी पकड़ लिया गया है. यह आरोपी फैक्ट्री के एडमिन विभाग का असिस्टेंट मैनेजर निकुंज देवमुरारी निकला. पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि वह कर्ज में डूबा था. आत्महत्या के इरादे से सल्फास लाया था. हिम्मत न होने उसने सल्फास फेंकने की बजाय फैक्ट्री के वाटर कूलर में डाल दिया.
कारीगरों ने तबीयत खराब होने लगी
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सूरत के कपोदरा क्षेत्र के तहत हरिनंदन सोसायटी में स्थित मिलेनियम कॉम्प्लेक्स की चौथी मंजिल पर अनभ डायमंड नामक फैक्ट्री है, जहां करीब 150 हीरा कारीगर काम किया करते हैं. गत 9 अप्रैल की सुबह के वक्त हमेशा की तरह कारीगर फैक्ट्री पहुंचे. यहां पर लगे वाटर कूलर से पानी की बोतल में पानी भरकर पीने लगे. कुछ देर बाद, कुछ कारीगरों ने तबीयत खराब होने लगी.
विभिन्न पहलुओं पर जांच को आगे बढ़ाया
निकुंज ने मैनेजर हरेश लश्करी को पानी में दुर्गंध आने की शिकायत की. हरेश लश्करी ने इसकी जानकारी सुपरवाइजर को दी. सुपरवाइजर ने कूलर की जांच की पानी में सल्फास का पाउच मिला. मामले की गंभीरता को देखते हुए फैक्ट्री मालिक और पुलिस को सूचित किया गया. वहां मौजूद सभी 118 कारीगरों को तुरंत अस्पताल में
भर्ती कराया गया. इनमें आरोपी निकुंज भी शामिल था. पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू कर विभिन्न पहलुओं पर जांच को आगे बढ़ाया.
उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की जांच में निकुंज की गतिविधियां संदिग्ध दिखीं. पुलिस ने कूलर के पानी में मिले सल्फास के पाउच पर लिखे बैच नंबर के आधार पर जांच शुरू की और मेडिकल स्टोर तक पहुंची. यहां से यह पाउच खरीदा गया था. मेडिकल स्टोर के सीसीटीवी फुटेज की जांच में पुलिस हैरान रह गई. सल्फास खरीदने वाला कोई और नहीं, बल्कि निकुंज ही था. इसके बाद पुलिस ने निकुंज को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की. पूछताछ में निकुंज ने अपना अपराध कबूल कर लिया और बताया कि वह ऑनलाइन किराना व्यवसाय करता था, जिसमें उसे भारी नुकसान हो गया था.
10 लाख रुपए का कर्ज मांगा
उसने दोस्तों से 10 लाख रुपए का कर्ज मांगा. इसे वह वापस नहीं कर पा रहा था. ऐसे में उसने आत्महत्या के इरादे से सल्फास खरीदा था. फैक्ट्री में एक ग्लास पानी में सल्फास डालकर पीने के लिए पैकेट फाड़ दिया था लेकिन कारीगरों की आवाजाही हो रही थी. ऐसे में हिम्मत नहीं जुटा पाया. किसी की नजर न पड़े इसलिए सल्फास के पैकेट को कूलर में डाल दिया था. पुलिस ने आरोपी निकुंज को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई शुरू की. इस केस में आरोपी निकुंज के मामा और फैक्ट्री के मैनेजर हरेश लश्करी ने अनजाने में सल्फास युक्त दो बोतल पानी पी लिया था. इसके बाद उनकी भी तबीयत बिगड़ गई. बीपी शुगर के मरीज होने के कारण उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी और तीन दिन से वह आईसीयू में हैं.