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साबरमती में बोले PM मोदी- सौभाग्य है कि मुझे भी कुछ पल सूत कातने को मिले

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रंट में खादी उत्सव को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि यहां मौजूद सभी लोग, इस आयोजन को देख रहे सभी लोग आज यहां 'खादी उत्सव' की ऊर्जा को महसूस कर रहे होंगे.

Updated on: 27 Aug 2022, 08:11 PM

अहमदाबाद:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रंट में खादी उत्सव को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि यहां मौजूद सभी लोग, इस आयोजन को देख रहे सभी लोग आज यहां 'खादी उत्सव' की ऊर्जा को महसूस कर रहे होंगे. आजादी के अमृत महोत्सव में देश ने आज 'खादी उत्सव' करके अपने स्वतंत्रता सेनानियों को बहुत सुंदर उपहार दिया है. मोदी ने कहा कि आज ही गुजरात राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड की नई बिल्डिंग और साबरमती नदी पर भव्य अटल ब्रिज का भी लोकार्पण हुआ है. मैं गुजरात के लोगों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं.

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पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि अटल ब्रिज, साबरमती नदी को, दो किनारों को ही आपस में नहीं जोड़ रहा बल्कि ये डिजाइन और इनोवेशन में भी अभूतपूर्व है. इसकी डिजाइन में गुजरात के मशहूर पतंग महोत्सव का भी ध्यान रखा गया है. इतिहास साक्षी है कि खादी का एक धागा, आजादी के आंदोलन की ताकत बन गया, उसने गुलामी की जंजीरों को तोड़ दिया. खादी का वही धागा, विकसित भारत के प्रण को पूरा करने का, आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने का प्रेरणा-स्रोत बन सकता है.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले गुजरात सहित पूरे देश ने आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर बहुत उत्साह के साथ अमृत महोत्सव मनाया है. गुजरात में भी जिस प्रकार गांव-गांव, गली-गली हर घर तिरंगे को लेकर उत्साह, उमंग और चारों तरफ मन भी तिरंगा, तन भी तिरंगा, जज्बा भी तिरंगा उसकी तस्वीरें हम सभी ने देखी हैं.

मैं 'पंच प्रण' को फिर से दोहराना चाहता हूं-

  1. विकसित भारत बनाने का लक्ष्य
  2. गुलामी की मानसिकता का पूरी तरह से त्याग
  3. अपनी विरासत पर गर्व
  4. राष्ट्र की एकता बढ़ाने का पुरजोर प्रयास
  5. हर नागरिक का कर्तव्य

उन्होंने कहा कि आज का ये 'खादी उत्सव' इन पंच प्रण का एक सुदंर प्रतिबिंब भी है. आजादी के आंदोलन के समय जिस खादी को गांधी जी ने देश का स्वाभिमान बनाया, उसी खादी को आजादी के बाद हीन भावना से भर दिया गया. इस वजह से खादी और खादी से जुड़ा ग्रामोद्योग पूरी तरह तबाह हो गया. खादी की ये स्थिति विशेष रूप से गुजरात के लिए बहुत ही पीड़ादायक थी.

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प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि साबरमती का ये किनारा आज धन्य हो गया है. आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 7,500 बहनों-बेटियों ने एक साथ चरखे पर सूत कातकर नया इतिहास रच दिया है. ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे भी कुछ पल सूत कातने को मिले. हमने खादी फॉर नेशन, खादी फॉर फैशन में खादी फॉर ट्रांसफॉर्मेशन का संकल्प जोड़ा. हमने गुजरात की सफलता के अनुभवों का देशभर में विस्तार करना शुरू किया. देशभर में खादी से जुड़ी जो समस्याएं थीं, उनको दूर किया गया. हमने देशवासियों को खादी के प्रोडक्ट खरीदने के लिए प्रोत्साहित किया. आज पहली बार भारत के खादी और ग्रामोद्योग का टर्नओवर एक लाख करोड़ रुपये से ऊपर चला गया है.

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज भारत के टॉप फैशन ब्रांड खादी से जुड़ने के लिए खुद सामने आ रहे हैं. आज भारत में खादी का रिकॉर्ड उत्पादन और रिकॉर्ड बिक्री हो रही है. पिछले 8 वर्षों में खादी की बिक्री में 4 गुना से अधिक की वृद्धि हुई है. भारत के खादी उद्योग की बढ़ती ताकत के पीछे भी महिला शक्ति का बहुत बड़ा योगदान है. उद्यमिता की भावना हमारी बहनों-बेटियों में कूट-कूट कर भरी है. इसका प्रमाण गुजरात में सखी मंडलों का विस्तार भी है.

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उन्होंने कहा कि खादी sustainable clothing का उदाहरण है. खादी eco-friendly clothing का उदाहरण है. खादी से carbon footprint कम से कम होता है. बहुत सारे देश हैं जहां तापमान ज्यादा रहता है, वहां खादी Health की दृष्टि से भी बहुत अहम है. इसलिए खादी वैश्विक स्तर पर बहुत बड़ी भूमिका निभा सकती है. जो देश अपना इतिहास भूल जाते हैं, वो देश नया इतिहास बना भी नहीं पाते हैं. खादी हमारे इतिहास, विरासत का अभिन्न हिस्सा है. जब हम अपनी विरासत पर गर्व करते हैं, तब दुनिया भी उसे मान और सम्मान देती है.

मोदी ने कहा कि बीते दशकों में विदेशी खिलौनों की होड़ में, भारत की अपनी समृद्ध Toy Industry तबाह हो रही थी. सरकार के प्रयास से, खिलौना उद्योगों से जुड़े हमारे भाई-बहनों के परिश्रम से अब स्थिति बदलने लगी है. अब विदेश से मंगाए जाने वाले खिलौनों में भारी गिरावट आई है.