प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद में प्रमुख स्वामी महाराज शताब्दी महोत्सव के उद्घाटन समारोह में भाग लिया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि यह आयोजन देश और दुनिया को आकर्षित करेगा और आने वाली पीढ़ियों को प्रभावित और प्रेरित करेगा. 15 जनवरी तक दुनिया भर से लाखों लोग मेरे पितातुल्य स्वामी जी के प्रति श्रद्धा व्यक्त करने के लिए यहां पधारने वाले हैं। UN में भी प्रमुख स्वामी महाराज शताब्दी समारोह मनाया गया.
मुझे दो संतों ने एक डब्बा दिया जिसमें एक पेन था
PM नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2002 में चुनाव प्रचार के दौरान जब मैं राजकोट से प्रत्याशी था तो मुझे दो संतों ने एक डब्बा दिया जिसमें एक पेन था उन्होंने कहा कि प्रमुख स्वामी महाराज जी भेजा है और कहा है कि आप इस पेन से नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर करना. वहां से लेकर काशी तक यह प्रथा चली आ रही है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दुनिया के किसी भी हिस्से में चले जाइए आपको प्रमुख स्वामी महाराज जी की दृष्टि का परिणाम दिखाई देगा. उन्होंने सुनिश्चित किया कि हमारे मंदिर आधुनिक हैं और वे हमारी परंपराओं को उजागर करते हैं. उनके जैसे महान लोगों और रामकृष्ण मिशन ने संत परंपरा को फिर से परिभाषित किया.
अंतिम सांस तक सेवा में ही जुटे रहना चाहिए
पीएम मोदी ने कहा कि प्रमुख स्वामी जी से मेरा एक अध्यात्मिक नाता था, एक पिता-पुत्र का स्नेह था, एक अटूट बंधन था. आज भी वह जहां होंगे मेरे हर पल को देखते होंगे, बारीकी से मेरे हर काम को देखते होंगे. उन्होंने, मुझे जो सिखाया-समझाया क्या मैं उसी राह पर चल रहा हूं या नहीं, वह जरूर देखते होंगे. प्रमुख स्वामी जी का कहना था कि जीवन का एक सर्वोच्च लक्ष्य सेवा ही होना चाहिए, अंतिम सांस तक सेवा में ही जुटे रहना चाहिए. हमारे यहां नारायण कहते हैं कि 'नर सेवा ही नारायण सेवा है' और 'जीव में ही शिव है'.
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