गुजरात में हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की हार के लिए वहां के नेताओं की अंदरूनी राजनीति को जिम्मेदार माना जा रहा है. बता दें कि गुजरात (Gujarat) में हुए 6 सीटों के उपचुनाव में से 3 सीट पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुजरात की विजय रूपाणी (Vijay Rupani) सरकार स्थानीय नेताओं के बीच अंदरूनी कलह को रोकने में नाकामयाब रही है. माना जा रहा है कि निकट भविष्य में राज्य में पार्टी संगठन में काफी बड़ा बदलाव हो सकता है.
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हार के लिए पार्टी आलाकमान नाखुश
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तीन सीट पर हार के लिए बीजेपी आलाकमान काफी नाराज बताया जा रहा है. गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने दिवाली के मौके पर गुजरात के दौरे पर स्थानीय नेताओं से हार को लेकर नाराजगी भी जताई थी. सूत्रों के मुताबिक एकता दिवस वाले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) भी काफी नाराज थे. माना जा रहा है कि शायद इसीलिए उन्होंने उस दिन अपने साथ किसी भी स्थानीय नेता को नहीं रखा था.
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुजरात की विजय रूपाणी सरकार स्थानीय नेताओं की आपस में अंदरूनी कलह को रोकने में नाकाम साबित हुई है. शायद यही वजह है कि आने वाले समय में राज्य के संगठन में काफी बड़े बदलाव हो सकते हैं.
हर महीने दौरा करेंगे अमित शाह और नरेंद्र मोदी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुजरात की राजनीति पर नजर बनाए रखने के गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अब हर महीने गुजरात का दौरा करने की संभावना है. 15 नवंबर को अमित शाह गुजरात का दौरा कर सकते हैं और 21-22 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) गुजरात जा सकते हैं. बता दें कि गुजरात प्रधानमंत्री और गृहमंत्री दोनों का गृह राज्य (Home State) है और ऐसे में वहां होने वाले बदलाव राष्ट्रीय राजनीति (National Politics) के साथ ही स्थानीय राजनीति पर भी असर पड़ेगा.
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गुजरात में 6 सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने जहां तीन सीट पर जीत दर्ज की थी. वहीं तीन सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की है. बता दें कि 15 साल बाद थराद सीट जीतकर कांग्रेस ने सभी को चौंका दिया है.