गुजरात के अमरेली जिले में वन्यजीवों का आतंक बढ़ता जा रहा है. शुक्रवार सुबह दलखानिया रेंज के हीरवा बीट में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जहां एक तेंदुए ने खेत में सो रहे दो साल के मासूम बच्चे पर हमला कर दिया और उसे घसीटते हुए जंगल की ओर ले गया. कुछ देर बाद बच्चे का शव लगभग 200 फीट की दूरी पर क्षत-विक्षत हालत में मिला. इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और वन विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी.
लगातार बढ़ रहे तेंदुए के हमले
अमरेली जिले में पिछले तीन महीनों में तेंदुओं के हमले की यह चौथी घटना है. 17 फरवरी को राजुला तहसील में एक आठ साल के बच्चे पर तेंदुए ने हमला किया था, जबकि दिसंबर में खांभा तहसील में एक 10 साल के बच्चे की जान जा चुकी है. इन घटनाओं से ग्रामीणों में भारी डर का माहौल है, खासकर जंगलों के पास रहने वाले लोग लगातार दहशत में हैं.
तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग की कार्रवाई जारी
इस घटना के बाद वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए अभियान तेज कर दिया है. अधिकारियों का कहना है कि तेंदुए की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उसे पकड़ लिया जाएगा. विभाग ने जंगल के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है और स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी है. इसके अलावा, तेंदुए की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए इलाके में कैमरे लगाए जाने की योजना भी बनाई गई है.
सरकार जल्द उठाए ठोस कदम
लगातार हो रहे तेंदुए के हमलों से भयभीत ग्रामीणों ने सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की है. उनका कहना है कि जंगलों के कटने और बस्तियों के विस्तार के कारण वन्यजीव अब इंसानी इलाकों में घुस रहे हैं, जिससे ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं. प्रशासन और वन विभाग लगातार तेंदुए को पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन जब तक इसका स्थायी समाधान नहीं निकलेगा, तब तक लोग डर के साए में जीने को मजबूर रहेंगे.