गुजरात के महिसागर जिले के लुणावाडा इलाके में आस्था से जुड़ा एक एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां देवी खोडियार के मंदिर में मगरमच्छ घूमता दिखाई दिया तो लोगों ने उसकी पूजा करनी शुरू कर दी. दरअसल, रविवार सुबह जब लोग दर्शन करने पहुंचे तो मंदिर का दरवाजा खुला था और अंदर मगरमच्छ घूम रहा था. स्थानीय लोगों का मानना है कि देवी खोडियार का वाहन मगरमच्छ है, ऐसे में मंदिर के गर्भगृह तक मगरमच्छ का आना किसी दैवीए शक्ति का नतीजा है.
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मंदिर के गर्भगृह तक मगरमच्छ के आने के बाद भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और पूजा करने लगे. लोगों ने मगरमच्छ पर फूल और पैसों का चढ़ावा भी चढ़ाया. वहीं श्रद्धा और आस्था के बीच वनविभाग के कर्मी भी मंदिर पहुंचे. वनविभाग के अधिकारियों का मानना है कि पौराणिक खोडियार मंदिर के पास ही तालाब है, यह मगरमच्छ उसी तालाब से मंदिर के गर्भगृह तक पहुंच गया है.
वहीं वनविभाग के अधिकारी जब मगरमच्छ का रेस्क्यू करने मंदिर परिसर में पहुंचे तो भक्तो की भीड़ ने बाधा डाली और कहा कि यह भगवान की आस्था का विषय है. ऐसे में मगरमच्छ को नहीं ले जा सकते. वनविभाग की ओर से भक्तों को काफी समझाया गया जिसके बाद मगरमच्छ का रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ.
Source : News Nation Bureau