गुजरात राज्य सभा चुनाव में वोटों की गिनती शुरू हो गई है। इससे पहले कांग्रेस ने शिकायत की थी कि क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों के वोट को रद्द कर दिया जाए लेकिन चुनाव आयोग ने उनकी मांग खारिज कर दी।
जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने दावा किया है कि जेडीयू विधायकों ने राज्यसभा की सीट के लिए हुए मतदान में बीजेपी उम्मीदवार को वोट दिया।
वहीं गुजरात से जेडीयू विधायक छोटू वसावा ने कहा है कि उन्होंने अहमद पटेल को वोट दिया है। ऐसे में पार्टी की तरफ से दिए जा रहे दो तरह के बयान लोगों में संशय पैदा कर रही है।
गुजरात के जेडीयू के महासचिव अंबालाल जाधव ने भी कहा, 'केसी त्यागी कौन हैं कुछ भी कहने वाले? वसावा ने पहले ही बताया दिया है कि उन्होंने किसे वोट किया है। हमारा समर्थन अहमद पटेल को है।'
पार्टी महासचिव और विधायक के बयान विरोधाभासी है। तो फिर क्या ये माना जाए कि बिहार में महागठबंधन टूटने की वजह से पार्टी में आई दरार फिलहाल खत्म नहीं हुई है।
बता दें कि 26 जुलाई को ही जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने महागठबंधन से अलग होकर बीजेपी के साथ मिलकर बिहार में सरकार बनाई है। ऐसे में माना जा रहा है कि शरद यादव खेमा महागठबंधन टूटने से नाख़ुश है।
कुछ लोगों का तो यहां तक कहना है कि शरद यादव नीतीश से अलग और लालू के साथ एक नई पार्टी शुरु करने जा रहे हैं। हालांकि बाद में शरद यादव ने ये साफ कर दिया था कि वो कोई पार्टी नहीं बनाने जा रही है।
लेकिन मंगलवार को राज्यसभा चुनाव के दौरान जिस तरह विधायकों के सुर पार्टी लाइन से अलग दिख रही है वो निश्चित रुप से पार्टी के लिए सोचने का विषय हो सकता है।