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गुजरात निकाय चुनाव में बूथ कैप्चरिंग का मामला, वोटिंग सेंटर में घुसकर तोड़ी EVM

गुजरात में स्थानीय निकाय चुनाव में बूथ कैप्चरिंग का मामला सामने आया है. स्थानीय निकाय चुनाव के दौरान दाहोद के धोडीया में बूथ कैप्चरिंग का मामला सामने आया है.

Updated on: 28 Feb 2021, 05:37 PM

गांधी नगर :

गुजरात में स्थानीय निकाय चुनाव में बूथ कैप्चरिंग का मामला सामने आया है. स्थानीय निकाय चुनाव के दौरान दाहोद के धोडीया में बूथ कैप्चरिंग का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि दाहोद के धोडीया में कुछ लोगों ने वोटिंग सेंटर में घुसकर इवीएम (EVM) मशीन को सुरक्षा बल के सामने तोड़ दिया. उसके बाद जिले के एसपी भी वोटिंग सेंटर पर पहुंचे. बताया जा रहा है कि तीन लोगों ने झालोद तहसील के धोडीया में स्थानीय निकाय चुनाव के वोटिंग सेंटर में बूथ कैप्चरिंग करने की कोशिश की. 

बताया जा रहा है कि इसके बाद धोडीया में वोटिंग सेंटर पर माहौल बिगड़ गया. आरोपियों ने EVM मशीन को तोड़ दिया. जिसके बाद वोटिंग को बंद करा दिया गया. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर भारी पुलिस पहुंच गया. उसके बाद जिले के एसपी भी वोटिंग सेंटर पर पहुंचे.

बता दें कि गुजरात में 81 नगरपालिकाओं, 31 जिला पंचायतों और 231 तालुक पंचायतों के लिए आज मतदान वोटिंग हो रही है. वोटों की गिनती दो मार्च को होगी. जानकारी के मुताबिक, आज कुल 8473 सीटों के लिये वोटिंग हो रही है. इनमें नगरपालिका की 2720 सीटें, जिला पंचायतों की 980 सीटें व तालुक पंचायतों की 4773 सीटें शामिल हैं. वोटिंग के लिये 36,008 मतदान केंद्र बनाये गये हैं.

राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार राज्य में 81 नगरपालिकाओं, 31 जिला पंचायतों एवं 231 तालुका पंचायतों में कुल 8,474 सीटें हैं, जिनमें से 237 सीटों पर उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं वहीं तालुका पंचायत की दो सीटों के लिए किसी ने नामांकन दाखिल नहीं किया था. आयोग ने कहा कि इस प्रकार से कुल 8,23 सीटों के लिए मतदान हो रहे हैं जिसमें भाजपा ने 8,161 उम्मीदवार, कांग्रेस ने 7,778, आम आदमी पार्टी ने 2,090, उम्मीदवार खड़े किए हैं.

बता दें कि इस बार गुजरात के स्थानीय निकाय चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन(एआईएमआईएम) भी मैदान में है. तालुका पंचायतों की दो सीटों और नगरपालिका की 24 सीटों के लिए उपचुनाव भी हो रहे हैं. इन चुनावों में कुल 3.04 करोड़ मतदाता अपने मताधिकारों का इस्तेमाल कर सकेंगे. स्वतंत्र एवं निष्पक्ष मतदान के लिए राज्य रिजर्व पुलिस और सीएपीएफ की 12 कंपनियों सहित 44,000 से अधिक पुलिसकर्मियों के अलावा होमगार्ड के 54,000 जवानों को तैनात किया गया है. मतगणना दो मार्च को होगी.