गुजरात में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को बड़ा झटका लगा है. सावली से विधायक केतन इनामदार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कि पार्टी के मंत्रियों और शीर्ष अधिकारी उनकी उपेक्षा कर रहे हैं. गुजरात सरकार उनकी बात नहीं सुन रहे हैं. इससे नाराज विधायक केतन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. केतन ने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को सौंप दिया है. केतन इनामदार ने अपने इस्तीफे में लिखा है, मेरे विधानसभा क्षेत्र के लोगों की जो मांग थी, उसे सरकार और प्रशासन के सामने रखा था.
मगर सरकार और बाबुओं के ढीले रवैये के कारण जनता के प्रतिनिधि के तौर पर विधायक के पद से अपना इस्तीफा देता हूं. सरकारी अधिकारी जन प्रतिनिधि का मान-सम्मान नहीं रखते हैं. साथ ही केतन इनामदार के इस्तीफे से बीजेपी अब 103 सीट से 102 सीट पर आ गई है. अप्रैल में राज्यसभा चुनाव होना है और चुनाव से पहले इस इस्तीफे को बीजेपी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है. केतन भाई ने यह भी कहा है कि उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दिया है, जबकि वे बीजेपी के कार्यकर्ता के तौर पर बने रहेंगे.
वही कांग्रेस ने कहा है कि वो केतन भाई से संपर्क कर उन्हें कांग्रेस में लाने की कोशिश करेगी. गौरतलब है कि केतन इनामदार खुद निर्दलीय चुनाव लड़े थे और जीते थे. बाद में बीजेपी जॉइन कर ली थी. 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. कांग्रेस ने भी अच्छा प्रदर्शन कियाा था. प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी. लेकिन केतन इनामदार ने अपने उपेक्षाओं से परेशान होकर अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
Source : News Nation Bureau