गुजरात के कच्छ जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां पीरियड्स की जांच के नाम पर 68 कॉलेज छात्राओं के कपड़े उतरवाए गए. इस घटना के बाद छात्राओं में रौष फैला हुआ है.मामले को बढ़ता देख कॉलेज की तरफ से माफी मांग कर मामला दबाने की कोशिश की जा रही है. वहीं छात्राएं इस मामले पर कानूनी कार्रवाई की मांग कर रही हैं.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल घटना सहजानंद गर्ल्स कॉलेज की है जहां 11 फरवरी को छात्राओं को बाथरूम ले जाया गया और उनके कपड़े उतरवाकर पीरियड्स की जांच की गई. छात्राएं ये सब देख हैरान रह गईं. बाद इस घचना की जानकारी उन्होंने फोन पर ही अपने परिजनों को दी. छात्राओं के माता पिता कॉलेज पहुंचे औऱ खूब हंगामा किया जबकि कॉलेज प्रशासन उन्हें समझाने में लगा रहा.
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छात्राओं का आरोप है कि पिछले काफी समय से पीरयड्स को लेकर प्रिंसिपल समेत कई स्टाफ उन्हें मौखिक रूप से प्रताड़ित करते थे. लेकिन 11 फरवरी को तो उन्होंने जो किया उससे उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंची है.
इस मामले में कॉलेज की तरफ से सफाई दी गई है. कॉलेज की तरफ से बताया गया कि सैनेटरी पैड डैमेज करने के लिए इसकी मशीन लगाई गई थी लेकिन इसके बावजूद पैड इधर-उधर फैंक दिए जाते थे. इसी के चलते बाथरूम ले जाकर पीरियड्स की जांच का फैसला लिया गया.
इस मामले पर कॉलेज की डीन दर्शना ढोलंकी का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा, यह मामला हॉस्टल से जुड़ा हुआ है, इसका कॉलेज से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा, जो कुछ भी हुआ छात्राओं की सहमति से हुआ. किसी ने उनके साथ जबरदस्ती नहीं की और न ही किसी ने उन्हें छुआ. हालांकि फिर भी इस मामले की जांच के लिए एक टीम बना दी गई है.
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वहीं इस मामले पर भुज के डिप्टी एसपी का बयान भी सामने आया है. उन्होंने कहा, इस मामले में कॉलेज के तीन अधिकारियों और हॉस्टल सुपरवाइजर के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है जबिक दो महिला पुलिसकर्मियों ने छात्राओं से बात की
Source : News Nation Bureau