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गुजरात: भारी बारिश ने मचाई तबाही, उफान पर नदियां...अब तक 83 की मौत

गुजरात के कई इलाकों में इन दिनों बारिश की वजह से तबाही का मंजर दिख रहा है. आलम यह है कि पिछले कई दिनों से हो रही बारिश के कारण शहर से लेकर गांव हर जगह बाढ़ जैसे हालात दिखाई पड़ते हैं.

Updated on: 14 Jul 2022, 09:54 AM

नई दिल्ली:

Gujarat Flood: महाराष्ट्र के पालघर में पिछले 24 घंटों से लगातार तेज बारिश हो रही है. इसी बीच मुम्बई अहमदाबाद हाईवे पर लैंडस्लाइड हुआ है. तेज़ बारिश के कारण पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा कटकर हाईवे पर आने से मुम्बई अहमदाबाद हाईवे पर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया है. वहीं, गुजरात के कई इलाकों में इन दिनों बारिश की वजह से तबाही का मंजर दिख रहा है. आलम यह है कि पिछले कई दिनों से हो रही बारिश के कारण शहर से लेकर गांव हर जगह बाढ़ जैसे हालात दिखाई पड़ते हैं. अगर बाढ़ की वजह से जान गंवाने वाले लोगों की बात करें तो अब तक पूरे राज्य में 83 लोगों की मौत हो चुकी है. 

बारिश का पूर्वानुमान लगाते हुए ‘रेड अलर्ट’ जारी

इसके साथ ही निचले व बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे 31,000 से ज्यादा लोगों को अब तक सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. वहीं, लगातार हो रही बारिश के कारण राहत व बचाव दल को भी अपना अभियान चलाने में खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र के जिलों के लिए भारी बारिश का पूर्वानुमान लगाते हुए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है.

सातारा में बारिश लगातार शुरु है. ज्यादा बारीश के क्षेत्र महाबलेश्वर में कल के मुकाबले ( 136 मि.मी.) आज ( 270 मि.मी ) बारीश गए 24 घंटो मे दर्ज हुई है. पहाडी और ज्यादा बारीश का क्षेत्र होने कारण झरने, नदी नालों मे पहाडी से पानी आना शुरु होकर सातारा से कर्नाटक की और जाने वाली कोयना नदी का स्तर बढ रहा है ले. जिले के बारीश बहुल क्षेत्र का पानी कोयना बांध मे लगातार जमा हो रहा है. यह जमा की आज की मात्रा  55182 क्युसेस है आने वाले पाणी को नियंत्रित करने के लिए बांध के निचे 1050 क्युसेस पानी छोडा जा रहा है इससे कई जगह नदी का स्तर बढ रहा है. 105 TMC क्षमता वाले इस बांध मे कल (38.48) TMC से बाढ होकर  43.18 TMC  पानी जमा हूआ है. गौरतलब है की कोयना बांध पूर्ण रुप से भरने बाद इसके उपरी 6 दरवाजों से लाखो क्युसेस पानी प्रतिसेकंद छोडा जाता है तब पश्चिम महाराष्ट्रमें बाढ जैसै हालात पैदा होते है. नैसर्गिक स्त्रोत और बांधसे छोडा पानी का जलभराव सातारा, सांगली, कोल्हापूर,और कर्नाटक के जिलों मे रहता है.