logo-image

CM अरविंद केजरीवाल बोले- आपको स्कूल-अस्पताल और रोजगार चाहिए तो AAP वोट देना...

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज गुजरात के भरूच में ‘‘आदिवासी संकल्प महासम्मेलन’’ को संबोधित करते हुए कहा कि अगर आपको स्कूल-अस्पताल और रोजगार चाहिए तो आम आदमी पार्टी को वोट दे देना.

Updated on: 01 May 2022, 10:51 PM

नई दिल्ली/गुजरात:

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज गुजरात के भरूच में ‘‘आदिवासी संकल्प महासम्मेलन’’ को संबोधित करते हुए कहा कि अगर आपको स्कूल-अस्पताल और रोजगार चाहिए तो आम आदमी पार्टी को वोट दे देना और गंदी राजनीति, भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी चाहिए, तो बीजेपी को दे देना. एक तरफ बीजेपी और कांग्रेस अमीरों के साथ खड़ी हैं और दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी गरीबों के साथ खड़ी है. हमें एक मौका दे दो, हम आपको रोजगार देंगे, आपकी गरीबी दूर करेंगे, आपके बच्चों को पढ़ाएंगे और अस्पताल बनाएंगे. अगर आप बीजेपी और कांग्रेस वालों को वोट देते रहे, तो आपके बच्चों का भविष्य नहीं सुधरने वाला है. इसी चुनाव में इनको उखाड़ कर फेंकना है.

‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैंने सुना है कि गुजरात के चुनाव जल्दी होने वाले हैं. हमारे पास ऊपर वाले का साथ है और जनता का प्यार है. तुम आज चुनाव करा लो, चाहे छह महीने बाद, इस बार तुम्हारा (भाजपा) पत्ता साफ है. उन्होंने अपील की कि आने वाले चुनाव को क्रांति में बदल दो. इस बार नए गुजरात की नींव रखी जाएगी. भाजपा का घमंड तोड़ने के लिए ही चाहे, एक बार ‘आप’ को वोट दे दो. हमारा काम पसंद नहीं आए तो अगली बार उनको वोट दे देना.

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज गुजरात के भरूच जिले में ‘आदिवासी संकल्प महासम्मेलन’ को संबोधित किया. ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की पंजाब चुनाव जीतने के बाद यह पहली रैली थी. इससे पहले उन्होंने अहमदाबाद में एक रोड शो किया था. यह पहली रैली उन्होंने गुजरात के आदिवासी इलाके के अंदर की. ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को सुनने के लिए रैली में भारी जन सैलाब उमड़ पड़ा. ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आदिवासियों के साथ घोर अन्याय हुआ. पहले अंग्रेजों ने चूसा, उसके बाद हमारे अपने लोगों ने शोषित किया. बड़े-बड़े प्रोजेक्ट्स के नाम पर आदिवासी लोगों को विस्थापित किया गया. आज भी एक आदिवासी अपनी दो जून की रोटी खाने और अपने बच्चों को पालने के लिए तरसता रहता है. गुजरात के अंदर बहुत बड़ी विडंबना है. हमारे देश के दो सबसे अमीर आदमी गुजरात से आते हैं और हमारे देश के सबसे गरीब आदिवासी भी गुजरात से आते हैं. दाहोद, छोटा उदयपुर, अरवल्ली, डांग समेत कई इलाके ऐसे हैं, जहां पर बहुत गरीब लोग रहते हैं. एक तरफ बीजेपी और कांग्रेस पार्टियां उन अमीरों के साथ खड़ी हैं. यह दोनों पार्टियां केवल उन अमीरों को और अमीर बना रही हैं. आज मैं कहने के लिए आया हूं कि केजरीवाल और पूरी आम आदमी पार्टी, आपके साथ खड़े हैं. हम गरीबों के साथ खड़े हैं. जब तक इन पार्टियों की सत्ता है, ये पार्टियां उन अमीरों को और अमीर बनाएंगी. लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि हमें एक मौका दे दो, हम आपकी गरीबी दूर करेंगे, आपके बच्चों को पढ़ाएंगे, आपके लिए अस्पताल बनाएंगे, आपके लिए रोजगार देंगे. हम अमीरों के साथ नहीं हैं, हम आपके साथ खड़े हैं. हम गरीबों की पार्टी हैं. हम आम लोगों की पार्टी है. हम अमीरों की पार्टी नहीं है.

‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के लोग मुझे बहुत प्यार करते हैं और आज मैं गुजरात के लोगों से प्यार मांगने आया हूं. मैंने सुना है कि गुजरात के लोग दिल से काम करते हैं. गुजरात के लोग बहुत इमोशनल होते हैं. गुजरात के लोग अगर एक बार किसी से प्यार करें, तो जिंदगी भर प्यार निभाते हैं. मैं आपसे कहने आया हूं कि केजरीवाल भी दिल से काम करता है. केजरीवाल भी बहुत इमोशनल है और केजरीवाल भी एक बार प्यार करे, तो जिंदगी भर प्यार निभाता है. आज मैं गुजरात के 6.50 करोड़ लोगों के साथ दिल से दिल का रिश्ता बनाने के लिए आया हूं. मुझे राजनीति करने नहीं आती है. मुझे चोरी करने नहीं आती है. मुझे भ्रष्टाचार करना नहीं आता है, मुझे काम करना आता है. गुजरात के अंदर इस समय सरकारी स्कूलों की बहुत बुरी हालत है. अभी बताया गया है कि इन्होंने मर्जर के नाम पर छह हजार सरकारी स्कूलों को बंद कर दिया गया. गुजरात के अंदर स्कूलों की दीवारे टूटी पड़ी हैं. जंग लगे पड़े हैं. शिक्षक नहीं है. कई स्कूल 7-7, 8-8 क्लास के हैं और उसमें एक ही शिक्षक है. कई स्कूलों में तो एक भी शिक्षक नहीं है. कितने लाख बच्चों का भविष्य खराब है, लेकिन ये बदल सकता है. हमने दिल्ली में बदल करके दिखाया है. दिल्ली में भी पहले यही हाल था. दिल्ली में सरकारी स्कूलों का बहुत बुरा हाल था. दिल्ली में पहले सरकारी स्कूलों में शिक्षक आते नहीं थे, पढ़ाई नहीं थी. सरकारी स्कूल टूटे पड़े थे, दीवारें टूटी पड़ी थीं. कुछ भी नहीं था. बच्चे नहीं आते थे. गरीब आदमी मजबूरी में अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में भेजता था. कोई अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में नहीं भेजना चाहता था.

‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज सात साल के बाद दिल्ली के सरकारी स्कूल शानदार बन गए हैं. सरकारी स्कूल इतने अच्छे बन गए हैं कि इस साल चार लाख बच्चों ने प्राइवेट स्कूलों से अपना नाम कटवा कर सरकारी स्कूल में एडमिशन लिया है. इससे बड़ा सबूत और क्या हो सकता है. बड़े-बड़े अमीर, वकील, डॉक्टर और अफसर अपने बच्चों का प्राइवेट स्कूल से नाम कटवा कर सरकारी स्कूलों में भर्ती करा रहे हैं. अब दिल्ली के सरकारी स्कूलों में जज, अफसर और रिक्शेवाले के बच्चे एक ही बेंच पर बैठकर पढ़ते हैं. यह बाबा साहब अंबेडकर का सपना था, जो 75 साल में पूरा नहीं हुआ, लेकिन मैंने कसम खाई है, बाबा तेरा सपना अधूरा, केजरीवाल करेगा पूरा. इस साल दिल्ली में हमारे सरकारी स्कूलों के नतीजे 99.7 फीसद आए हैं. भारत के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ है. वहीं, दूसरे राज्यों में कहीं 50, 60 40 फीसद नतीजे आते हैं. ये बीजेपी वाले व्हाट्सएप पर चला रहे हैं कि केजरीवाल के स्कूल खराब हैं. मैं गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल जी को भी आमंत्रित करता हूं कि आप आइए और हमारे स्कूल और अस्पताल देखिए. ऐसे ही मत आलोचना कीजिए. 27 साल से गुजरात में बीजेपी की सरकार है. 27 साल में उन्होंने सरकारी स्कूलों का बुरा हाल कर दिया. अगर आप 5 साल इनको और दे दिए, तो भी ये कुछ नहीं करने वाले हैं. ऐसे ही चलेगा, ये कुछ नहीं करने वाले हैं. सिर्फ इनको लूटना है. आप पांच साल और इनको दे दो, लेकिन गुजरात नहीं सुधरेगा. हमें एक मौका दे दो. अगर पांच साल के अंदर हमने गुजरात के सारे स्कूल ठीक नहीं किए, तो अगली बार मेरे को लात मार कर भगा देना.

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गुजरात की भाजपा सरकार ने एक बहुत बड़ा काम किया है. पूरी दुनिया में पेपर लीक करने का इन्होंने वर्ल्ड रिकॉर्ड किया है. इन्होंने दुनिया के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. यह गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड है. मैंने सुना है कि गिनीज बुक वालों की मीटिंग हुई है. वे सबसे ज्यादा पेपर लीक करने के मामले में भाजपा का नाम डालने वाले हैं. 2014 जेपीएससी पेपर लीक, 2015 में तलाटी पेपर लीक, 2016 में तलाटी सुरेंद्र नगर, गांधीनगर पेपर लीक, 2018 में 2018 टीईटी पेपर लीक, 2018 में मुख्य सेविका पेपर लीक, 2018 में नायक चिटनिस पेपर लीक, 2018 में लोक रक्षक दल पेपर लीक, 2019 में गैर सचिवालय क्लर्क पेपर लीक, 2021 में हेड क्लर्स पेपर लीक, 2022 में गुजरात ऊर्जा निगम पेपर लीक, दसवीं बोर्ड के एग्जाम पेपर, कक्षा 7 का पेपर लीक और सूरत यूनिवर्सिटी का पेपर लीक हुआ. यह गजब सरकार है. इन लोगों ने गजब ही कर दिया है. मैंने सुना भूपेंद्र पटेल साहब एक जगह भाषण दे रहे थे. उन्होंने बोला कि हम गुजरात को ऐसा विकास देंगे, ऐसा कर देंगे. तभी एक बच्चा खड़ा हुआ और बोला कि बिना लीक किए एक पेपर करके दिखा दो. तुम गुजरात सरकार बाद में चला लेना, एक पेपर तो बिना लीक किए करा लो. मैं भूपेंद्र पटेल जी को चुनौती देता हूं कि बिना लीक किए एक पेपर करके दिखा दो, आपको हम मान जाएंगे. पेपर करने के मामले में सरकार ने गजब कर दिया.

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में हमने सरकारी अस्पताल बहुत अच्छे कर दिए. आज सुबह जिस गाड़ी से मैं आ रहा था, हमारा ड्राइवर भी आदिवासी इलाके से था. मैंने उससे पूछा कि आदिवासी इलाके में अगर कोई बीमार हो जाए, तो आप कहां जाते हो? तो उसने बताया कि कई बार गांव के अंदर नीम हकीमों के पास चले जाते हैं. नहीं तो, शहर में किसी प्राइवेट डॉक्टर के पास जाते हैं. सरकारी अस्पताल में तो बहुत बुरा हाल है. ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पहले दिल्ली के सरकारी अस्पताल भी बहुत खराब थे. दवाई नहीं मिलती थी, मशीनें खराब थी, टेस्ट नहीं होते थे. बहुत बुरा हाल था. लेकिन दिल्ली में पांच साल के अंदर आज इतनी व्यवस्था व्यवस्था है कि हर गली के अंदर हमने मोहल्ला क्लीनिक खोल दिए. आज दिल्ली के दो करोड़ लोगों को हम पूरा इलाज मुफ्त दे रहे हैं. आपके घर में कोई छोटी बीमारी हो, बड़ी बीमारी हो, आपका अगर 70, 80 या 90 लाख का भी खर्चा आएगा, तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है, दिल्ली सरकार आप का इलाज फ्री में करवाती है. गुजरात में भी होना चाहिए. इस बार आम आदमी पार्टी और भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) की सरकार बनानी है. आज देश में सबसे महंगी बिजली गुजरात के अंदर मिल रही है और दिल्ली के अंदर आज फ्री में बिजली मिल रही है. दिल्ली के लोगों को 24 घंटे और फ्री में बिजली मिल रही है. दिल्ली के लोगों को फ्री में बिजली इसलिए मिल रही है, क्योंकि दिल्ली में कट्टर ईमानदार सरकार है. मैं पैसे नहीं खाता हूं और पैसे खाने भी नहीं देता हूं. हर चीज में मैंने पैसे बचाएं. हर चीज में मैंने रिश्वतखोरी बंद कर दी. खूब सारे पैसे बच गए. उन पैसों से मैंने अपने लोगों की बिजली फ्री कर दी. ये बीजेपी वाले मेरे को खूब गालियां देते हैं. भाजपा वाले कहते हैं कि केजरीवाल सब फ्री कर रहा है. ईमानदार हूं, इसलिए सब फ्री कर रहा हूं. तुम लोग बेईमान हो, इसलिए नहीं कर रहे हो. अब ईमानदारी का एक ही पैमाना है, जो नेता फ्री बिजली करें, वो ईमानदार है और जो महंगी बिजली दे, वो बेईमान है. गुजरात के लोगों को भी फ्री और 24 घंटे बिजली चाहिए. यह आम आदमी पार्टी ही करेगी.

‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज गुजरात का पढ़ा-लिखा युवा रोजगार के लिए दर-दर भटक रहा है. दिल्ली में पिछले 5 साल में हमने 12 लाख बच्चों को रोजगार दिया. सब कुछ वेबसाइट के ऊपर है. मैं हवा में बात नहीं कर रहा हूं. आने वाले 5 साल में हम लोगों 20 लाख और रोजगार देंगे का प्लान बनाया है. गुजरात के युवाओं से अपील करना चाहता हूं कि केवल आम आदमी पार्टी, ईमानदार पार्टी है. आम आदमी पार्टी युवाओं की पार्टी है. सब लोग आम आदमी पार्टी के साथ जुड़ें और मिलकर एक सुनहरा गुजरात बनाते हैं और आपके रोजगार का भी इंतजाम करेंगे. आज दिल्ली से हमने भ्रष्टाचार खत्म कर दिया. आप सरकारी दफ्तर में जाते हो. राशन कार्ड बनवाना है, जाति प्रमाण पत्र बनवाना है. हर चीज के पैसे देने पड़ते हैं, लेकिन दिल्ली में पैसे नहीं देने पड़ते हैं. दिल्ली में सारा काम मुफ्त में होता है. हमने एक नंबर जारी कर दिया. हमने कहा कि इस नंबर पर फोन करो, जो काम करवाना है, इस नंबर पर फोन करके बताओ. आपको बिजली का कनेक्शन लेना है, राशन कार्ड बनवाना है तो आप फोन करिए. सामने से वे बोले कि हम दिल्ली सरकार से बोल रहे हैं, आपका क्या काम है. आप उनसे कहिए कि हमें बिजली का नया कनेक्शन लेना है, राशन कार्ड बनवाना है. सामने से वो आदमी कहेगा कि आप का काम करने के लिए हम आपके घर कितने बजे आएं. दिल्ली में आपको सरकारी दफ्तर नहीं जाना है और ना दलाल के चक्कर काटने हैं. आप सिर्फ अपना समय बताइए और उस समय दिल्ली सरकार का आदमी आपके घर आएगा और आपका काम करके जाएगा. गुजरात में भी ऐसा होना चाहिए. मेरे को राजनीति करने नहीं आती है. मेरे को काम करने आता है. अगर आपको स्कूल चाहिए, अगर आप कोई अस्पताल चाहिए, रोजगार चाहिए तो हमें वोट दे देना और गंदी राजनीति चाहिए, भ्रष्टाचार चाहिए, गुंडागर्दी चाहिए, तो बीजेपी वालों को दे देना.

‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं पढ़ा लिखा हूं, इंजीनियर हूं, कट्टर ईमानदार हूं. केंद्र सरकार ने मेरे दफ्तर व घर पर सीबीआई, इनकम टैक्स और ईडी की रेड कराई, लेकिन कुछ नहीं मिला. इसीलिए मैं छाती चौड़ी करके आपके सामने खड़ा हूं, अगर इनको कुछ मिल जाता, तो मेरी भी फाइल खोल कर रख देते और मैं भी इनके पैर के नीचे होता. आज मैं खुलकर इसलिए बोल रहा हूं, क्योंकि मैं कट्टर ईमानदार हूं और कट्टर देशभक्त हूं. आम आदमी पार्टी ईमानदार लोगों की पार्टी है, शरीफ लोगों की पार्टी है, पढ़े-लिखे लोगों की पार्टी है, कट्टर देशभक्त लोगों की पार्टी है. आज मैं सभी युवाओं को अपील करता हूं कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में आप आम आदमी पार्टी को ज्वाइन कीजिए. मैं महिलाओं से भी अपील करता हूं कि आपके बच्चों के भविष्य का सवाल है. अगर आप वापस बीजेपी और कांग्रेस वालों को वोट देते रहे, तो आपके बच्चों का भविष्य नहीं सुधरने वाला है. पांच साल और खराब हो जाएगा. समय कम बचा है. इसी बार, इसी चुनाव के अंदर इन पार्टियों को उखाड़ कर फेंकना है.

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे आज जहाज में एक बीजेपी का नेता मिला. उनसे मैं बात करने लगा. मैंने कहा कि आप लोग गुजरात में कुछ काम क्यों नहीं करते हो. जब हमने दिल्ली में 7 साल में इतना काम कर दिया, तो तुम लोगों ने 27 साल में क्यों नहीं किया? तो वो बोला कि हमें काम करने की क्या जरूरत है? हमारे को तो वैसे ही सत्ता मिल रही है, लोग वोट दे रहे हैं. हम क्यों काम करें? बोला- कांग्रेस हमारी जेब में है, काग्रेस के सारे नेता हमारे जेल में हैं. कोई भी नेता, चाहे कांग्रेस की टिकट पर लड़े या बीजेपी के टिकट पर लड़े, हम जब चाहें, सारे कांग्रेस वाले हमारे पास आ जाते हैं. हमें चुनाव लड़ने की जरूरत ही नहीं है. इतना घमंड और अहंकार है. मैं आज गुजरात के 6.50 करोड़ लोगों से कहना चाहता हूं कि एक बार इनका घमंड और अहंकार तोड़ दो. इनका घमंड तोड़ने के लिए ही चाहे एक बार आम आदमी पार्टी को वोट दे दो, हमारा काम पसंद नहीं आए तो अगली बार इनको वोट दे देना. लेकिन एक बार तो हक बनता है. इनको बहुत अनकार हो गया है. मैंने सुना है कि गुजरात के चुनाव जल्दी होने वाले हैं. गुजरात में भी और दिल्ली में भी खूब चर्चा हो रही है. वे आम आदमी पार्टी से डरे हुए हैं. पहले दिल्ली में सरकार बनाई, फिर पंजाब में सरकार बनाई, अब गुजरात की बारी है, अब गुजरात में सरकार बनाएंगे. तो वो कह रहे हैं कि इनको दिसंबर तक समय मत दो. इनको समय मिल गया तो गुजरात स्वीप हो जाएगा. वे कह रहे हैं कि अभी चुनाव करा दो. मैं उनसे कहना चाहता हूं कि हम फक्कड़ आदमी हैं. हमारे पास कुछ नहीं है. हमारे पास ऊपर वाले का साथ है और जनता का प्यार है. ऊपर वाला हमारे साथ है. हम सत्य रास्ते पर चल रहे हैं, हम ईमानदार लोग हैं. जनता का साथ है. तुम आज चुनाव करा लो, चाहे छह महीने बाद चुनाव करा लो, इस बार तुम्हारा पत्ता साफ है. मैं कांग्रेस के नेताओं से अपील करना चाहता हूं कि कांग्रेस तो अब खत्म है. कांग्रेस का अब कुछ नहीं बचा है. इसलिए कांग्रेस को वोट देना भी बेकार है. कांग्रेस के जो अच्छे नेता है, उन अच्छे नेताओं से अपील करना चाहता हूं कि आप आम आदमी पार्टी में आ जाओ, मिलकर गुजरात को ठीक करेंगे, लेकिन जो गंदे नेता हैं, वो वहीं पर रहो. भाजपा के नेताओं से भी अपील करना चाहता हूं कि बीजेपी में रहोगे, गुजरात बर्बाद हो रहा है. आप गुजरात और देश की सोचो. ऊपर वाले ने आम आदमी पार्टी बनाई. देश की जनता ने आम आम आदमी पार्टी बनाई और अब गुजरात को बदलने की बारी है. गुजरात के बीजेपी के भी जो अच्छे नेता हैं. वो भी अपनी पार्टी छोड़कर आम आदमी पार्टी में आ जाएं.

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एक बात मेरे मन में खटक रही है. गुजरात में भारतीय जनता पार्टी का अध्यक्ष सीआर पाटील हैं. वो महाराष्ट्र का रहने वाला है. बीजेपी वालों को 6.50 करोड़ गुजरात के लोगों में एक अध्यक्ष बनाने के लिए आदमी नहीं मिला. इतनी बड़ी बेइज्जती गुजरात के लोगों की. भारतीय जनता पार्टी को अध्यक्ष बनाने के लिए 6.50 करोड़ गुजरात के लोगों में से एक काबिल आदमी नहीं मिला. इससे बड़ा अपमान किसी पार्टी ने नहीं किया. ये लोग महाराष्ट्र के आदमी से गुजरात चलाएंगे. गुजरात की जनता यह बर्दाश्त करने वाली नहीं है. आने वाले चुनाव को क्रांति में बदल दो. इस बार चुनाव नहीं होगा. इस बार नए गुजरात की नींव रखी जाएगी.

‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘महाराष्ट्र के सीआर पाटिल गुजरात भाजपा अध्यक्ष हैं, भाजपा को अपना अध्यक्ष बनाने के लिए एक भी गुजराती नहीं मिला? लोग कहते हैं, ये केवल अध्यक्ष नहीं, गुजरात सरकार यही चलाते हैं, असली सीएम यही हैं. ये तो गुजरात के लोगों का घोर अपमान है. भाजपा वालों, गुजरात को गुजराती अध्यक्ष दो."