Gujarat News: अहमदाबाद से एक बंटी-बबली गैंग को गिरफ्तार किया गया है. बताया जा रहा है इस दंपती ने अब तक कई लोगों को करोड़ों की चपत लगाई है. ये दंपती दुबई में व्यापार में निवेश का झांसा देकर कई लोगों को अपनी योजना में फंसा लेता था. उन्हें निवेश के नाम पर 10% रिटर्न का लालच देकर 3.5 करोड़ रुपये ठग चुका है.
ठग दंपती ने शुरुआत में निवेशकों को रिटर्न दिया, लेकिन बाद में भुगतान देना बंद कर दिया. इतना ही नहीं, उन्होंने आधार और पैन कार्ड के जरिए लोगों से क्रेडिट कार्ड निकलवाकर भारी रकम भी उधार ले ली. साल 2024 की शुरुआत में दोनों फरार हो गए, जिससे निवेशकों को ठगी का एहसास हुआ. इसके बाद निवेशकों ने अहमदाबाद के ईओडब्ल्यू थाने में तहरीर दी कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है, जिसके आधार पर पुलिस ने पति-पत्नी को पंजाब से गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है.
इस तरह बनाया लोगों को शिकार
दरअसल, अहमदाबाद में रहने वाले सौरिन पटेल और उनकी पत्नी अक्षिता पटेल ने साल 2021 में एंजल फिनटेक प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक कंपनी की शुरुआत की थी. इसके बाद उन्होंने अलग-अलग लोगों से संपर्क साधा. दोनों ने उन्हें दुबई में बिजनेस में निवेश करने को कहा और बदले में उन्हें 10 फीसदी तक रिटर्न का लालच दिया.
इस बंटी-बबली के बिछाए ट्रैप में फंसकर कई लोगों ने अपनी पूंजी निवेश कर दी. हालांकि, शुरुआत में यह पति-पत्नी निवेशकों को उचित मुआवजा दे रहे थे, जिसके बाद उन्होंने निवेशकों को मुआवजा देना बंद कर दिया. फिर निवेशकों को एहसास हुआ कि उनके वह धोखाधड़ी का शिकार हो चुके हैं फिर निवेशकों ने पुलिस से संपर्क किया.
मामले में DCP का आया बयान
एसीपी एमएन चावड़ा का इस मामले को लेकर बयान सामने आया है. उन्होंने बताया कि पति-पत्नी किराए पर ऑफिस खोलकर लोगों से ठगी करते थे, जिसमें वे किसी से नकद पैसे नहीं लेते थे, बल्कि उनका आधार कार्ड और पैन कार्ड लेकर उनसे क्रेडिट कार्ड बनवा लेते थे. फिर उनसे बड़ी मात्रा में पैसे निकाल लेते थे. कुछ दिनों तक तो उन्होंने पैसे दिए लेकिन फिर 2024 की शुरुआत में दोनों फरार हो गए और लोगों को जवाब देना बंद कर दिया.
15 लोगों ने दी शिकायत
इसके बाद निवेशकों ने पुलिस से संपर्क किया. पुलिस ने पूरे मामले में शिकायत दर्ज कर ली है और पंजाब से सौरिन पटेल और अक्षिता पटेल को गिरफ्तार कर लिया है. इन दोनों के खिलाफ 15 शिकायतकर्ताओं ने शिकायत दर्ज कराई है. जिसमें तीन करोड़ पचास लाख से ज्यादा की धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई गई है.