गुजरात में सौराष्ट्र के दो विधायकों के पार्टी छोड़कर जाने के बाद नाराज विधायक अल्पेश ठाकोर ने कांग्रेस को बड़ी राहत दी है. अल्पेश ठाकोर ने बीजेपी में शामिल होने से इन्कार करते हुए कहा, मैं नाराज हूं, सत्ता सभी को अच्छी लगती है और मंत्री बनना मुझे भी अच्छा लगता है. अल्पेश ठाकोर ने साफ कर दिया कि वह कांग्रेस के ही साथ रहेंगे और उसी की मदद करेंगे. अल्पेश ठाकोर ने कहा, मुझे ऐसा विचार आया था. सच यह है कि मेरे साथ गरीब लोग जुड़े हैं, जिनके पास रोजगार नहीं है. शिक्षा नहीं है. हम संघर्ष कर रहे हैं. मुझे मंत्री बनना था, मुझे लगा कि ऐसा करके मैं गरीब वर्ग का विकास कर पाऊंगा.
उन्होंने कहा, खबर थी कि मैंने मेरी बीवी के लिए टिकट मांगा है लेकिन मैं यह सबसे सामने कहता हूं कि वह कभी राजनीति में नहीं आएगी. मुझे मेरे लोगों ने जनादेश दिया था और कांग्रेस में जाने का आदेश दिया था. मैं बंद कमरे में कोई फैसला नहीं कर सकता. हार्दिक पटेल के कांग्रेस में आने की खबरों के बारे में उन्होंने कहा- उनका स्वागत है.
अल्पेश ठाकोर ने कहा, मैं सत्ता के बगैर रह सकता हूं पर सम्मान के बगैर नहीं. मैं अपने लोगों से बात करके बताना चाहता हूं कि हमने संघर्ष का रास्ता चुना है.
अल्पेश ठाकोर बोले- मैं कांग्रेस के साथ हूं और उन्हीं का समर्थन करूंगा. अगर मुझे लालच होती तो में छह माह पहले ही चला जाता. लोकसभा चुनाव लड़ने का मेरा कोई विचार नही है. मुझे सिर्फ और सिर्फ मेरे गुजरात के लोगो की सेवा करनी है.