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Ahmedabad Murder Case
Ahmedabad Murder Case: गुजरात के अहमदाबाद में मिली ऑटो रिक्शा चालक की लाश मामले की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. तफ्तीश के दौरान पुलिस उस रिक्शे की मालिक महिला तक पहुंची और पूरी प्लानिंग का पर्दाफाश कर डाला. पूरी घटना असलाली इलाकी है, जहां 15 दिसंबर को पुलिस ने गला कटा शव बरामद किया था.
मिली जानकारी के मुताबिक जुहापुरा का रहने वाला 29 साल का साकिर खान पठान अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए आशाबेन चुनारा का रिक्शा चलाता था. जब उसकी हत्या हुई तब वह अपने दोस्त धर्मेन्द्र के साथ ही रिक्शा लेकर निकला था. पुलिस ने जब आशाबेन की सख्त पूछताछ की तो हत्या की गुत्थी सुलझ गई. आशाबेन ने पुलिस को बताया कि साकिर के उनकी बेटी रेखा के साथ प्रेम संबंध थे जिसके चलते उन्होंने 1 लाख की सुपारी देकर धर्मेन्द्र नाम के व्यक्ति से साकिर की हत्या करवाई.
अहमदाबाद ग्राम्य के एसपी ओमप्रकाश जाटने बताया कि पुलिस की पूछताछ में सारी बातें साफ हो गईं. पता चला की साकिर की दो शादियां हुई थी और रेखा की भी दो शादियां हो चुकी थी. दूसरे पति के साथ झगडा होने के बाद रेखा अपनी मां के घर रहती थी और उसकी मां की रिक्शा चलाने वाला साकिर वहां पर आता रहता था. इसी दौरान दोनों को प्यार हो गया. आशाबेन ने साकिर को कई बार यह संबंध तोड़ने को कहा था पर वह मान नहीं रहा था जिसके वजह से उन्होंने सुपारी देकर उसकी हत्या करवा दी.
हत्या का 2 महीने पहले ही बन चुका था प्लान
आशाबेन ने साकिर को कई बार समझाया पर उसने रेखा से अपने संबंध नहीं तोड़े. आशाबेन ने अपने भतीजे धरम को कहा कि साकिर को रास्ते से हटाना पड़ेगा. इसके बाद धरम ने उत्तर प्रदेश के रहने वाले धर्मेन्द्र पासी को साकिर की हत्या की सुपारी दी. धर्मेन्द्र आशाबेन के घर पर रहकर ही काम करता था और साकिर के साथ उसकी दोस्ती हो गई थी जिसका उन्होंने फायदा उठाया. धरम और धर्मेन्द्र को इस हत्या के लिए 1 लाख रुपये मिलने वाले थे. ऐसे हत्या के बाद वह दोनों जब आशा के पास पैसा लेने गए तब आशा ने सिर्फ 5 हजार रुपये ही दिए. इस वजह वह लोग वहीं पर रुक गए थे और पुलिस ने उनको भी गिरफ्तार कर लिया.