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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा के दक्षिणी क्षेत्र कनाकोना के पर्तगल गांव में भगवान राम की 77 फीट ऊंची भव्य कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया. यह प्रतिमा श्री संस्थान गोकर्ण जीवोत्थम मठ परिसर में स्थापित की गई है, जहां मठ परंपरा के 550 वर्ष पूरे होने पर विशेष उत्सव आयोजित किया जा रहा है. विशेष बात यह है कि प्रतिमा का निर्माण मशहूर मूर्तिकार राम सुतार ने किया है-वही दिग्गज कलाकार जिन्होंने गुजरात की विश्वप्रसिद्ध ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ को आकार दिया था.
हजारों श्रद्धालुओं की भीड़, परंपरा का भव्य उत्सव
मठ के 550 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में 27 नवंबर से 7 दिसंबर तक धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला जारी है. आयोजकों के अनुसार, प्रतिदिन 7,000 से 10,000 श्रद्धालु मठ में दर्शन और विभिन्न अनुष्ठानों में भाग लेने पहुंच रहे हैं. पर्तगल में बना मठ का वर्तमान परिसर करीब 370 वर्ष पुराना बताया जाता है, जो दक्षिण भारत की आध्यात्मिक परंपराओं और सांस्कृतिक विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा है.
#WATCH | Canacona, South Goa | PM Modi addresses on the occassion of the 550th-year celebration of the Shree Samsthan Gokarn Partagali Jeevottam Math pic.twitter.com/q4daiWaTSK
— ANI (@ANI) November 28, 2025
उडुपी में रोडशो और गीता पारायण में सहभागिता
गोवा पहुंचने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कर्नाटक के उडुपी में भव्य रोडशो किया। यहां उन्होंने श्री कृष्ण मठ स्थित ‘लक्ष कंठ गीता पारायण’ कार्यक्रम में हिस्सा लिया, जिसमें एक लाख से अधिक लोगों ने एक साथ भगवद गीता के श्लोकों का पाठ किया. इस अद्भुत आयोजन में साधु-संत, छात्र, विद्वान और समाज के कई वर्गों के लोग उपस्थित रहे.
ऐतिहासिक स्थलों का लोकार्पण और धार्मिक विरासत का सम्मान
उडुपी प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री ने सुवर्ण तीर्थ मंटप का उद्घाटन किया और संत-कवि कनकदास से जुड़े पवित्र स्थल ‘कनकना किड़ी’ को स्वर्ण आवरण समर्पित किया. यह स्थान भक्त-कवि कनकदास की अध्यात्मिक साधना का महत्वपूर्ण प्रतीक माना जाता है.
बीजेपी शासन मॉडल की सराहना और आध्यात्मिक संदेश
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने उडुपी में जनसंघ और बाद में बीजेपी द्वारा स्थापित सुशासन मॉडल की चर्चा की. उन्होंने याद दिलाया कि 1968 में वीएस आचार्य के नगर निगम में चुने जाने के बाद साफ-सफाई और जल निकासी में सुधार का नया अध्याय शुरू हुआ था. प्रधानमंत्री ने कहा कि एक लाख लोगों द्वारा सामूहिक गीता पाठ ने दुनिया को भारत की आध्यात्मिक शक्ति का परिचय कराया है-यह हमारे सांस्कृतिक विश्वास और एकता का अद्वितीय उदाहरण है.
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