वैसे तो गोवा पार्टी और जश्न मनाने के लिए जाना जाता है. यहां हर साल लाखों सैलानी पार्टी, बीच और क्रूज का आनंद लेने के लिए पहुंचते हैं. सैलानियों में विदेशी सैलानी भी बड़ी संख्या में पहुंचते हैं, लेकिन इस बार साल के शुरुआत में गोवा विवादों में आ गया. आरोप है कि गोवा में होने वाले सबसे बड़े म्यूजिक उत्सव 'सनबर्न फेस्टिवल' में सनातन धर्म का अपमान हुआ है. जानकरी के मुताबिक 'सनबर्न फेस्टिवल' के दौरान दारू के नशे में लाउड म्यूजिक पर नाचते लोगों के लिए भगवान शिव का गाना चलाया गया और इस दौरान स्क्रीन पर भोलेनाथ की तस्वीर भी दिखाई जा रही थी.
हिन्दू संगठन क्यों कर रहे हैं सनबर्न फेस्टिवल का विरोध
'सनबर्न' फेस्टिवल शुरू होने के पहले से ही इसके खिलाफ कई हिंदू संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. गोवा हिन्दू जनजागृति समिति का एक प्रतिनिधिमंडल इस फेस्टिवल पर रोक लगाने की मांग के साथ गोवा के डिप्टी कलेक्टर को एक ज्ञापन भी सौंपा था. हिंदू संगठन का आरोप है कि सनबर्न उत्सव से गोवा की सभ्यता और संस्कृति बिगाड़ जाएगी. साथ ही हिन्दू संगठन का आरोप है कि सनबर्न के कारण गोवा में ड्रग्स कल्चर को बढ़ावा मिलता है जिससे युवाओं की ज़िंदगी बर्बाद हो रही है. अगर यह महोत्सव होगा तो ड्रग्स की समस्या और तेजी से बढ़ सकती है.
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पुलिस में शिकायत दर्ज
गोवा कांग्रेस के नेता विजय भिके ने सनबर्न के आयोजकों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. वहीं आम आदमी पार्टी ने सनबर्न फेस्टिवल के दौरान भगवान शिव शंकर की तस्वीर के इस्तेमाल को "सनातन धर्म" और हिन्दू धार्मिक भावनाओं का अपमान बताया है. गोवा आम आदमी पार्टी के चीफ अमित पालेकर ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए महोत्सव के आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
Source : Pankaj R Mishra