प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से रविवार को ही 1.49 करोड़ लोगों ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई है, अब तक कुल 52.96 करोड़ श्रद्धालु पावन संगम में स्नान कर चुके हैं. अनुमान लगाया जा रहा है कि महाशिवरात्रि तक यह आंकड़ा 60 करोड़ के करीब पहुंच सकता है. बता दें कि शिवरात्रि पर ही महाकुंभ का अंतिम दिन भी है.
महाकुंभ का ऐतिहासिक आयोजन
महाकुंभ हर 12 साल में एक बार आयोजित किया जाता है. यह दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन माना जाता है. इस दौरान देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु संगम में स्नान करने आते हैं. मान्यता है कि कुंभ के दौरान संगम में स्नान करने से सभी पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है.
श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ती संख्या
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रविवार 16 फरवरी को 1.49 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई. अब तक कुल 52.96 करोड़ श्रद्धालु महाकुंभ में हिस्सा ले चुके हैं. प्रशासन को उम्मीद है कि महाशिवरात्रि तक कुल श्रद्धालुओं की संख्या 60 करोड़ के आसपास पहुंच जाएगी.
प्रशासन की ओर से किए गए इंतजाम
इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने से प्रशासन ने भी कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं. पुलिस, स्वास्थ्य सेवाएं, ट्रैफिक मैनेजमेंट और सफाई व्यवस्था को दुरुस्त किया गया है. जगह-जगह हेल्प डेस्क और सूचना केंद्र बनाए गए हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो.
महाशिवरात्रि का विशेष महत्व
महाशिवरात्रि के अवसर पर कुंभ में स्नान का विशेष महत्व है. इस दिन लाखों श्रद्धालु भगवान शिव की पूजा-अर्चना के साथ संगम में डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित करते हैं. इस साल महाशिवरात्रि के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड तोड़ सकती है.
महाकुंभ का यह ऐतिहासिक आयोजन आस्था, संस्कृति और आध्यात्मिकता का अनोखा संगम है. श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या इस बात का प्रमाण है कि कुंभ का आकर्षण हर बार बढ़ता जा रहा है.
ये भी पढ़ें: Prayagraj Update: महाकुंभ के कारण 28 फरवरी तक बंद हुआ संगम रेलवे स्टेशन, देखें सोमवार का ट्रैफिक अपडेट