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यासीन मलिक पर फैसले से पहले श्रीनगर में पथराव, इंटरनेट भी बंद

टेरर फंडिंग के मामले में प्रतिबंधित संगठन जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के प्रमुख यासीन मलिक को हवालात से एनआईए कोर्ट रूम लाया गया है. कोर्ट रूम में बैठने के लिए उसे कुर्सी दी गई है. सजा सुनाने के लिए जज भी अदालत पहुंच गए हैं.

Updated on: 25 May 2022, 06:26 PM

नई दिल्ली:

टेरर फंडिंग के मामले में प्रतिबंधित संगठन जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के प्रमुख यासीन मलिक को हवालात से एनआईए कोर्ट रूम लाया गया है. कोर्ट रूम में बैठने के लिए उसे कुर्सी दी गई है. सजा सुनाने के लिए जज भी अदालत पहुंच गए हैं. फैसले की कॉपी भी उनके पास आ गई है. इस बीच यासीन मलिक के घर और अदालत के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. कोर्ट के फैसले से पहले श्रीनंगर में हंगामा हो गया है और इंटरनेट भी बंद कर दिया है. 

श्रीनगर के पास मैसुमा में यासीन मलिक के घर के पास उनके समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प की खबर सामने आ रही है. यासीन मलिक के घर के बाहर समर्थकों ने जमकर नारेबाजी और हंगामा किया है. साथ ही समर्थकों ने पत्थरबाजी की. इस पर सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले दागे. आपको बता दें कि श्रीनगर के पास मैसुमा में यासीन मलिक का घर है. उनके घर के आसपास सुरक्षाबल के जवान तैनात हो गए हैं. ड्रोन से उनके घर और पूरे इलाके की निगरानी की जा रही है. 

एनआईए जज प्रवीण सिंह ने यासीन मलिक को उम्रकैद की सजा सुनाई है. साथ ही मलिक पर 10 लाख का जुर्माना भी लगाया गया है. हालांकि, एनआईए ने यासीन मलिक के लिए फांसी की सजा की मांग की थी. फैसले से पहले कोर्ट रूम के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. सुरक्षाकर्मियों के अलावा सादे कपड़ों में भी सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है. कोर्टरूम में डॉग स्क्वॉड के जरिए जांच की जा रही है.