दिल्ली में सर्दी ने तोड़ा रिकॉर्ड, उत्तर भारत में शीत लहर
उत्तरी भारत के ज्यादातर हिस्सों में औसत न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे रिकॉर्ड किया गया. तापमान में गिरावट के साथ कंपाने वाली सर्दी का प्रकोप बढ़ रहा है.
नई दिल्ली:
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में तापमान बर्फबारी के लिए मशहूर शिमला से भी कम दर्ज किया गया. मौसम विभाग के अनुसार, 7000 फीट की ऊंचाई पर स्थित शिमला में तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस तो चंडीगढ़ में 4.3 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। वहीं अमृतसर लुधियान, करनाल और हिसार में क्रमश: 0.6 डिग्री सेल्सियस, 2.8 डिग्री सेल्सियस, 2.3 डिग्री सेल्सियस, 2.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जबकि दिल्ली में न्यूनतम तापमान 3.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जोकि शिमला से 0.5 डिग्री सेल्सियस कम है.
यह भी पढ़ें : भोपाल में 'फिट इंडिया' के तहत आज सायक्लोथॉन का आयोजन
उत्तर भारत के अधिकतर शहर शीत लहर की चपेट में हैं. दिल्ली-एनसीआर में 4 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान ने सर्दी का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. मौसम विभाग के अनुसार मैदानी राज्यों में ठंड जो सितम ढा रही है, उसकी मुख्य वजह पहाड़ों पर भारी बर्फबारी है. उत्तरी भारत के ज्यादातर हिस्सों में औसत न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे रिकॉर्ड किया गया. तापमान में गिरावट के साथ कंपाने वाली सर्दी का प्रकोप बढ़ रहा है.
यह भी पढ़ें : गोदाम से 1 करोड़ रुपये के 78 स्मार्टफोन चोरी, 2 गिरफ्तार
दिल्ली के आनंद विहार इलाके में ठंड से खुद को बचाने के लिए लोग आग के पास बैठे देखे गए. एक स्थानीय व्यक्ति सुरेश कहते हैं, मैं एक सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करता हूं इसलिए मुझे पूरी रात रहना पड़ता है. यहां बहुत ठंड है, हम किसी तरह खुद को गर्म रखने का प्रबंधन करते हैं.
Delhi: People were seen sitting near fire to protect themselves from cold in Anand Vihar area.
— ANI (@ANI) December 20, 2020
Suresh, a local says, "I work as a security guard so I have to stay up all night. It's very cold here, we somehow manage to keep ourselves warm." pic.twitter.com/lf6gpITXv3
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Budhwar Ke Upay: बुधवार के दिन जरूर करें लाल किताब के ये टोटके, हर बाधा होगी दूर
-
Varuthini Ekadashi 2024: कब है बरूथिनी एकादशी व्रत, जानें इसका महत्व, पूजा विधि और कथा
-
400 साल पहले 2 फीट की थी मूर्ति, अब हो गई है 12 फीट ऊंची, जानें भूफोड़ हनुमान जी की रहस्यमयी कहानी
-
Aaj Ka Panchang 24 April 2024: क्या है 24 अप्रैल 2024 का पंचांग, जानें शुभ-अशुभ मुहूर्त और राहु काल का समय