डीसीडब्ल्यू चीफ स्वाति मालीवाल के खिलाफ दायर एफआईआर में अपना नाम आने से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एसीबी की मंशा पर सवाल उठाया।
केजरीवाल ने इसके पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी आरोप लगाया और कहा कि उन्हीं के इशारे पर उनका नाम एफआईआर में डाला गया है। उन्होंने कहा “ सीएम का नाम ऐसे नहीं आता एफआईआर में, प्रधानमंत्री की मर्जी के बगैर ये नाम नहीं डाला गया है, सब कुछ प्रधानमंत्री के इशारे पर हो रहा है।”
उन्होंने सवाल किया “इस पूरे मामले में मेरा रोल क्या यो नहीं बताया गया है। मेरा नाम अपराधियों के के साथ क्यों डाला गया है।”
केजरीवाल ने कहा है कि एफआईआर का सच सामने लाने के लिये विधानसभा का स्पेशल सत्र बुलाया जाएगा।
इधर एसीबी प्रमुख मुकेश मीणा ने कहा है कि बरखा सिंह की तरफ से दर्ज की गई शिकायत में अरविंद केजरीवाल का नाम है, और नियम के हिसाब से पूरी कॉपी एफआईआर में तब्दील होती है। लेकिन जांच में पाया गया है कि केजरीवाल की कोई भूमिका नहीं पाई गई है, इसलिये वो आरोपी नहीं हैं।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्लू) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के खिलाफ केस दर्ज किया था। उन पर कर्मचारियों की भर्ती मामले में गड़बड़ी करने का आरोप लगा है। स्वाति पर आरोप है कि दिल्ली महिला आयोग में 85 लोग भर्ती किए हैं, जो जरूरत से ज्यादा हैं। साथ ही भर्ती करने में नियमों का पालन नहीं किया गया है। भर्ती हुए लोगों में 90 फीसदी 'आप' के कार्यकर्ता हैं। हालांकि, स्वाति ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है।