दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR Weather) में मंगलवार की देर रात को गरज और तेज हवाओं के साथ जमकर बारिश हुई. उधर, नोएडा और गाजियाबाद में भी तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश हुई. आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से अचानक बढ़ी गर्मी के बाद ये बारिश दिल्ली एनसीआर के लोगों को राहत देने वाली है. मौसम विभाग ने सुबह ही दिल्ली-एनसीआर में बारिश की भविष्यवाणी की थी. दिल्ली के अलावा इससे सटे इलाकों फरीदाबाद, गाजियाबाद, गुरुग्राम, झज्जर, मेवात, पलवल, सोनीपत जिले में भी कुछ क्षेत्रों में भी हल्की फुहार पड़ रही है.
मौसम विभाग के मुताबिक, मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे सापेक्ष आर्द्रता 81 फीसदी थी. मौसम विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहने का अनुमान है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, शहर में वायु गुणवत्ता (एक्यूआई) खराब श्रेणी में रही है. सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, पूर्वाह्न 9 बजे यहां का एक्यूआई 250 दर्ज किया गया.
पिछले हफ्ते मौसम विज्ञान विभाग ने कहा था कि दिल्ली-एनसीआर में मार्च से मई तक लू चलने और दिन- रात के तापमान के सामान्य से अधिक रहने की संभावना है. विभाग के अनुसार, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में तापमान सामान्य से 0.5 डिग्री सेल्सियस तक अधिक होने की 60 फीसदी संभावना है.
इस बार मार्च से महीने से ही आप भीषण गर्मी झेलने के लिए तैयार रहिये. मार्च में ही गर्मी आपका पसीना निकाल देगी. अगले तीन महीने के लिए मौसम विभाग ने पूर्वानुसान जारी कर दिया है. आपको मार्च से लेकर मई तक गर्मी से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है. मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान के मुताबिक इस बार अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर रहने वाला है, खासकर उत्तर पश्चिम भारत यानी पंजाब, राजस्थान, दिल्ली, महाराष्ट्र, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में और उत्तर पूर्वी भारत यानी बिहार, बंगाल, झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में इस बार का मौसम तपाने वाला हो सकता है.
कई राज्यों में सामान्य से अधिक रहेगा तामपान
मौसम विभाग के मुताबिक इस बार गुजरात, सौराष्ट्र, कच्छ, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में भी अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है. इसके साथ ही कई राज्यों में अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा रहने वाला है. इसके अलावा कोंकन गोवा और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में भी अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा रहेगा. इसके अलावा अन्य राज्यों में सामान्य या सामान्य से नीचे तापमान रहेगा.
टूटा 15 साल पुराना रिकॉर्ड
इस गर्मी ने 15 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है. फरवरी में तापमान ने कई रिकॉर्ड बनाए हैं. इससे पहले फरवरी महीने में 2006 में इतनी गर्मी देखी गई थी. उन्होंने कहा कि प्रशांत महासागर में सर्दियों में ला नीना का प्रभाव ज्यादा था जिसके कारण सर्दियां ज्यादा पड़ीं लेकिन अब इसका प्रभाव कम होता दिख रहा है. ऐसे में इसका असर कम होता जाएगा. यही कारण है कि तापमान के सामान्य से ज्यादा रहने का अनुमान लगाया गया है. अगर ला नीना का प्रभाव मजबूत होता तो ठंडी हवाएं तापमान को कम रखने में कामयाबी हासिल कर सकती थीं.
HIGHLIGHTS
- नोएडा और गाजियाबाद में भी तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश हुई
- पिछले कुछ दिनों से दिल्ली-एनसीआर में गर्मी बढ़ गई थी
- बारिश से दिल्ली एनसीआर के लोगों को गर्मी से मिली राहत