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वैक्सीनेशन को लेकर राजनीति के शिकार हो रहे दिल्लीवासी, पढ़ें ग्राउंड रिपोर्ट

देशभर में कोरोना वायरस (Corona Virus) के संक्रमण पर काबू पाने के लिए एक मई से वैक्सीनेशन कार्यक्रम शुरू हो गया है, लेकिन अब भी कई राज्यों में वैक्सीन (Vaccination) की उपलब्धता न होने से यह कार्यक्रम पूरी तरह से शुरू नहीं हो पाया है.

Updated on: 22 May 2021, 11:17 AM

highlights

दिल्ली सरकारने बड़ी संख्या में सरकारी स्कूलों को टीकाकरण केंद्र में तब्दील कर दिया

दिल्ली के हरिनगर इलाके में वैक्सीनेशन की स्थिति का पढ़िये ग्राउंड रिपोर्ट

नई दिल्ली:

देशभर में कोरोना वायरस (Corona Virus) के संक्रमण पर काबू पाने के लिए एक मई से वैक्सीनेशन कार्यक्रम शुरू हो गया है, लेकिन अब भी कई राज्यों में वैक्सीन (Vaccination) की उपलब्धता न होने से यह कार्यक्रम पूरी तरह से शुरू नहीं हो पाया है. इसी क्रम में देश की राजधानी दिल्ली में जब 18 से 44 साल आयु वर्ग के लिए टीकाकरण की शुरुआत हुई तो दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने बड़ी संख्या में सरकारी स्कूलों को टीकाकरण केंद्र में तब्दील कर दिया. बाकायदा जोर-शोर से मुख्यमंत्री की तस्वीर वाले बैनर लगाए गए, जिसके नीचे इलाके के विधायक की फोटो भी लगी.

यह कहा गया कि आप की सरकार, दिल्ली की सरकार मुफ्त में टीकाकरण करवाएगी. ऐसे ही एक स्कूल को न्यूज नेशन की टीम ने जायजा लिया है. दिल्ली के हरिनगर इलाके में आम आदमी पार्टी के स्थानीय विधायक की तस्वीर अरविंद केजरीवाल के साथ लगी है, लेकिन जमीनी हालात यह है कि 18 मई को ही आदेश जारी हो गया है कि इस टीकाकरण केंद्र में वैक्सीन खत्म हो चुकी है, यानी बीते 4 दिनों से सिक्योरिटी और सिविल डिफेंस के कर्मचारी टीकाकरण आते हैं वापस चले जाते हैं, पर वैक्सीन पहुंचती नहीं.

इस सेंटर पर लोग भी इक्का-दुक्का आकर लौट जाते हैं. यही हाल दिल्ली के 234 टीकाकरण केंद्रों का है.राज्य सरकार कहती है कि केंद्र सरकार वैक्सीन मुहैया नहीं करा रही है, जबकि केंद्र सरकार कहती है कि राज्यों को उत्तर प्रदेश और कर्नाटक की तर्ज पर वैक्सीन के लिए ग्लोबल टेंडर की तरफ जाना होगा. नतीजा यह है कि दिल्ली वाले राजनीति का शिकार बन चुके हैं.

हालात इस कदर खराब हो चुके हैं कि 44 से नीचे वाली आयु वर्ग के लिए बीते 10 दिनों से को-वैक्सीन उपलब्ध नहीं है. कोवि-शील्ड भी खत्म हो सकती है और अब तो 45 से अधिक आयु वर्ग वालों को भी को-वैक्सीन का टीका बमुश्किल मिल पाएगा, क्योंकि उसका स्टोक भी 1 दिन से कम बचा है. कुल मिलाकर दिल्ली में करोना कम हो गया, लेकिन राजनीति कम होने का नाम नहीं ले रही है.