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दशहरे के दिन दो भाई घर से मेला देखने के लिए निकले थे. उसी समय आराम से तीन लड़कों को बाइक चलाने की नसीहत देना दोनों भाइयों को महंगा पड़ गया. तीनों लड़कों ने चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया.
नई दिल्ली के हर्ष विहार इलाके में दो भाई घर से दशहरा मेला देखने के लिए निकले थे. शायद ही किसी ने सोचा होगा कि लौटकर अब एक बेटा घर वापस कभी नहीं आएगा. जब दोनों भाई दशहरा मेला देखने जा रहे थे, उसी समय बाइक पर सवार तीन लड़के आए और उन्होंने दोनों भाइयों पर चाकू से हमला कर दिया.
जब दोनों भाइयों पर चाकू से हमला किया जा रहा था, उस वक्त वहां भीड़ इकट्ठा हो गई और पूरी घटना को देखती रही, लेकिन बीचबचाव में कोई नहीं आया. जब तीनों लड़के चाकू से हमला कर फरार हो गए तो घायल अवस्था में ही छोटा भाई ई-रिक्शा से बड़े भाई को लेकर अस्पताल पहुंचा, जहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
मृतक की पहचान अंकुर के रूप में की गई है. वहीं, उसका भाई हिमांशु भी बुरी तरह घायल है. अंकुर अपने पूरे परिवार के साथ प्रताप नगर के बी-ब्लॉक में रहता था. घर में माता-पिता, एक बहन और दो भाई थे. हाल ही में गाजियाबाद से अंकुर ने आईटीआई पूरी की थी और उसके बाद नोएडा की एक कंपनी में जॉब शुरू की थी.
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पुलिस ने घटना पर जानकारी देते हुए बताया कि दोनों भाई मेला देखने के लिए घर से निकले थे, तभी तेज रफ्तार बाइक उनके सामने से पार हुई. जिस पर दोनों भाइयों ने बाइक को आराम से चलाने की नसीहत दी. इसी पर बाइक सवार लड़के गुस्सा गए और उन्होंने चाकू से दोनों भाइयों पर हमला कर दिया. हमले के बाद तीनों आरोपी फरार हो गए.
वहीं, पुलिस आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरे की मदद से तीनों आरोपियों की तलाशी कर रही है. आरोपियों की पहचान कर ली गई है. जब दोनों भाइयों पर सरेआम हमला किया गया तो मेले में जा रहे लोगों की भारी भीड़ वहां इकट्ठा हो गई, लेकिन किसी ने भी दोनों भाइयों की मदद नहीं की. यहां तक कि घायल अवस्था में भी कोई दोनों भाई को लेकर अस्पताल नहीं गया. जिसके बाद खुद हिमांशु अपने भाई को लेकर अस्पताल पहुंचा. जहां अंकुर की मौत हो गई. हिमांशु के भी पेट, छाती और जांघ पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला किया गया है. जवान बेटे के निधन से घर में शोक का माहौल है.