चुनाव आयोग द्वारा आम आदमी पार्टी (आप) के 20 विधायकों को अयोग्य ठहराने वाली सिफारिश के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीटर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि अंत में जीत सच्चाई की होती है।
केजरीवाल ने ट्विटर पर लिखा, 'जब आप सच्चाई और ईमानदारी पर चलते हैं तो बहुत बाधाएं आती है। ऐसा होना स्वाभाविक है पर ब्रह्मांड की सारी दृश्य और अदृश्य शक्तियां आपकी मदद करती है। ईश्वर आपका साथ देता है क्योंकि आप अपने लिए नहीं, देश और समाज के लिए काम करते हैं। इतिहास गवाह है कि जीत अंत में सचाई की होती है।'
बता दें कि निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को संसदीय सचिव के रूप में लाभ के पद धारण करने के लिए आप के 20 विधायकों को अयोग्य घोषित किए जाने की सिफारिश की थी।
आप ने इस निर्णय पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और इसे राजनीतिक साजिश करार दिया है। जबकि, कांग्रेस व बीजेपी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की मांग की है।
EC की सिफ़ारिश के बावजूद दिल्ली सरकार पर कोई ख़तरा नहीं, 20 विधायकों की सदस्यता हुई रद्द
कांग्रेस ने जून 2016 में इन विधायकों के खिलाफ शिकायत की थी जिस पर निर्वाचन आयोग ने राष्ट्रपति को अपनी राय दी है।
कांग्रेस के आवेदन में कहा गया था कि जरनैल सिंह (राजौरी गार्डन से विधायक जिन्होंने पंजाब विधानसभा का चुनाव लड़ने के लिए बाद में दिल्ली विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था) सहित आम आदमी पार्टी के 21 विधायकों को दिल्ली सरकार के मंत्रियों का संसदीय सचिव नियुक्त किया गया है जो कि संविधान का उल्लंघन है।
संविधान के अनुसार, राष्ट्रपति को निर्वाचन आयोग की सिफारिश के आधार पर कार्रवाई करना होता है।
केजरीवाल को चुनाव आयोग से बड़ा झटका, AAP के 20 MLA अयोग्य घोषित
निर्वाचन आयोग की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन सूत्रों ने कहा है कि आयोग की सिफारिश राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भेज दी गई है।
इस कदम से 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा की 20 सीटों के लिए उपचुनाव कराना पड़ेगा। वर्तमान में आधिकारिक तौर पर आप के 66 सदस्य सदन में हैं, हालांकि इनमें से कुछ पार्टी से असंतुष्ट चल रहे हैं। अन्य चार सीटें बीजेपी के पास है।
अगर 20 विधायकों को अयोग्य घोषित किया जाता है, तो भी सत्ताधारी दल के पास दिल्ली विधानसभा में बहुमत बना रहेगा।
जम्मू-कश्मीर: पुलवामा में आतंकियों का पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड से हमला, 4 पुलिसकर्मी घायल
Source : News Nation Bureau