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तीस हजारी हिंसा: वकीलों के साथ झड़प में फटा पुलिसकर्मी के कान का पर्दा, आईं गंभीर चोटें

दिल्ली पुलिस और वकीलों के बीच तीस हजारी कोर्ट में हुए विवाद को लेकर पुलिस मुख्यालय के बाहर मंगलवार को जमकर प्रदर्शन हुआ

Updated on: 06 Nov 2019, 07:21 AM

नई दिल्ली:

दिल्ली में बीते शनिवार तीस हजारी अदालत परिसर में वकीलों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प में घायल पुलिसकर्मी अमित चौहान का कान का पर्दा फट गया है और डॉक्टरों ने उन्हें सर्जरी कराने की सलाह दी है. चौहान को इस झड़प में गंभीर चोटें आई हैं.

चौहान की पत्नी रजनी चौहान ने बताया,‘उन्हें (अमित) आखों, घुटनों,कंधों और कान सहित पूरे शरीर पर गंभीर चोटे आई हैं. कान का पर्दा फट जाने के कारण डॉक्टरों नें उन्हें ऑपरेशन कराने की सलाह दी है.' उनकी दो साल की एक बेटी है. वह उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में अपने सास के साथ रहती हैं. उनके पति एक दशक से अधिक समय से दिल्ली पुलिस में सेवा दे रहे हैं. उन्होंने कहा,‘सोमवार जब उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली और परिवार वाले उन्हें ले कर मेरठ आए तब मुझे पता चला कि उन्हें गंभीर चोंटे आई हैं और तीस हजारी अदालत में झड़प में घायल हुए लोगों में वह भी शामिल हैं.’

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बता दें, दिल्ली पुलिस और वकीलों के बीच तीस हजारी कोर्ट में हुए विवाद को लेकर पुलिस मुख्यालय के बाहर मंगलवार को जमकर प्रदर्शन हुआ. इसमें पुलिस के जवानों ने मंगलवार दोपहर कमिश्नर अमूल्य पटनायक के सामने ही नारे लगाने शुरू कर दिए. 'हमारा सीपी कैसा हो, किरण बेदी जैसा हो' के नारे से पूरा मुख्‍यालय गूंजने लगा. पुलिस कर्मियों का यह आक्रोश इस बात को लेकर था कि इस मामले पर वरिष्ठ अधिकारी खुद दखल दें और पुलिसकर्मियों पर हमला करने वाले वकीलों के खिलाफ भी कार्रवाई के निर्देश दें.

पुलिसकर्मियों के रोष का आलम यह था कि जब डीसीपी स्तर के अधिकारी उनसे बात करने पहुंचे तो उन्होंने कमिश्नर अमूल्य पटनायक के बाहर आने की मांग की और उन्हीं के सामने अपनी बात कहने को कहा. दोपहर कमिश्नर अमूल्य पटनायक बाहर आए और उन्होंने जवानों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए वापस ड्यूटी पर लौटने की बात कही तो जवानों ने इस दौरान यह नारेबाजी शुरू कर दी कि हमारा कमिश्नर कैसा हो, किरण बेदी जैसा हो.

गौरतलब है कि तीस हजारी हिंसा मामले में बार काउंसिल ने सख्त रूख अपना लिया है. बार कॉउन्सिल ऑफ इंडिया ने दिल्ली की सभी डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन को ख़त लिखकर साफ किया है कि अगर वकील हड़ताल खत्म कर काम पर नहीं लौटते और किसी भी तरह की हिंसा में शामिल होते है तो बार कॉउन्सिल ऑफ इंडिया उनका समर्थन नहीं करेगी.

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पुलिस कमिश्नर ने भी काम पर लौटने का दिया निर्देश

दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने पुलिस मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर रहे पुलिसकर्मियों से काम पर लौटने को कहा है. पुलिसकर्मी वकीलों के खिलाफ कार्रवाई न होने से नाखुश हैं.

सोमवार को वकीलों ने की थी पुलिसकर्मी की पिटाई

तीस हजारी कोर्ट में पुलिस द्वारा वकीलों की पिटाई के बाद सोमवार को वकीलों ने एक पुलिसकर्मी को पीट दिया. बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मी वीडियो बना रहा था जिससे वकील नाराज हो गए और उन्होंने पुलिसकर्मी को पीट दिया. ये पुलिसकर्मी तमिलनाडु से आया था. दूसरी तरह साकेत कोर्ट के बाहर भी वकीलों द्वारा एक ऑटोवाले की पिटाई का मामला सामने आया.

शनिवार को पार्किंग विवाद में हुई थी झड़प

शनिवार को तीस हजारी कोर्ट में पार्किंग को लेकर वकील और पुलिस के बीच झड़प हो गई. पुलिस की गोलीबारी से एक वकील के गोली लग गई. इससे भड़के वकीलों ने पुलिस के साथ मारपीट की और पुलिस जीप में आग लगा दी. घटना के विरोध में सोमवार को वकीलों ने हड़ताल कर दी

(भाषा से इनपुट)