logo-image

दिल्ली मेट्रो में लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाला गिरोह सक्रिय

दिल्ली मेट्रो में इन दिनों ठगों का एक गिरोह सक्रिय है जो बिहार और अन्य दूरदराज के इलाकों के यात्रियों को उनकी बोली से पहचान लेता है. ठगों का गिरोह लोगों को ठगने के लिए विभिन्न तकनीकों का इस्तेमाल करते हैं.

Updated on: 13 Dec 2020, 10:27 PM

दिल्ली:

दिल्ली मेट्रो में इन दिनों ठगों का एक गिरोह सक्रिय है जो बिहार और अन्य दूरदराज के इलाकों के यात्रियों को उनकी बोली से पहचान लेता है. ठगों का गिरोह लोगों को ठगने के लिए विभिन्न तकनीकों का इस्तेमाल करते हैं. ट्रेन यात्रा के लिए कन्फर्म रिजर्वेशन दिलाने में मदद का भरोसा दिलाता है. गिरोह के लोग अक्सर कहता है कि 'जीजा जी टीटीई हैं.' गिरोह फिर पीड़ितों को ऑटो से दूसरे गंतव्य तक ले जाता है और एटीएम कार्ड, बैग और सामान सहित उनके सभी सामान को ले लेता है.

दिल्ली पुलिस की मेट्रो इकाई ने बिहार के पूर्वी चंपारण निवासी अनिल कुमार दास, सीतामढ़ी के निवासी बलराम और यूपी के हापुड़ के रहने वाले जाहिद नाम के तीन ठगों को गिरफ्तार किया है. इसी तरह के एक मामले में राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर दो अज्ञात व्यक्ति ने बिहार जाने वाले एक व्यक्ति से मिला बिहार की बोली में बात कर रहे थे. उसे अपने झांसे में लेते हुए बोला कि उसके जीजा रेलवे में टीटीई हैं, और वो ट्रेन में सीट दिलाकर उसे अपने साथ ले जायेगा. फिर उसे निर्माण विहार मेट्रो स्टेशन ले गया और वहां से निकल गया.

निर्माण विहार मेट्रो स्टेशन के बाहर शिकायतकर्ता से एक और व्यक्ति मुलाकात की जिन्हें दोनों आरोपी व्यक्तियों ने अपने तथाकथित संवाद 'जीजा जी टीटीई हैं' बोलकर झांसे में लेन का प्रयास किया। इसके बाद वे उसे दो अन्य लोगों से मिलाने के लिए ऑटो द्वारा आईएनए मेट्रो स्टेशन ले गए और दावा किया कि वे भी बिहार जाएंगे. सभी पांच व्यक्तियों ने शिकायतकर्ता का एक ट्रॉली बैग, एक मोबाइल फोन, एक शोल्डर बैग, 6,000 रुपये नकदी, एक एटीएम कार्ड, आधार कार्ड,पैन कार्ड की कॉपी लेकर भागने की कोशिश की.

लेकिन शिकायतकर्ता उनके इरादे को समझ गया और 'चोर चोर' चिल्लाया। उसकी चीख-पुकार सुनकर, पुलिस कर्मचारियों ने तीन ठगों को पकड़ लिया जबकि दो भागने में सफल रहे. डीसीपी (मेट्रो) जितेंद्र मणि ने कहा, "आरोपी व्यक्तियों ने खुलासा किया कि वे मेट्रो स्टेशन, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन पर लोगों को समान तरीके से ठगते थे."