राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में अब तक का सबसे व्यापक और संगठित आपदा प्रबंधन अभ्यास आयोजित किया जा रहा है. इस बहु-राज्यीय, बहु-एजेंसी अभ्यास को ‘एक्सरसाइज सुरक्षा चक्र’ नाम दिया गया है. इसका आयोजन राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) द्वारा भारतीय सेना और दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश की सरकारों के सहयोग से किया जा रहा है.
यह अभ्यास 29 जुलाई से 1 अगस्त 2025 तक चलेगा. 1 अगस्त को सुबह 9:03 बजे दिल्ली के सभी 11 जिलों में फील्ड लेवल मॉक ड्रिल आयोजित होगी, जिसमें भूकंप और औद्योगिक रासायनिक आपदा जैसी स्थितियों का वास्तविक अभ्यास किया जाएगा.
NDMA के सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल सैयद अता हसनैन (से.नि.) ने इसे “दिल्ली केंद्रित” अभ्यास बताया है, जिसमें दिल्ली सरकार की प्रशासनिक तैयारियों और नेतृत्व की व्यापक समीक्षा की जाएगी. प्रधानमंत्री कार्यालय के निर्देश पर आयोजित यह अभ्यास देशभर में आपदा से निपटने की तैयारियों का परीक्षण करने का एक अहम प्रयास है.
प्रमुख उद्देश्य:
• भूकंप और रासायनिक आपदा से निपटने की वास्तविक तैयारियों का मूल्यांकन
• इंसिडेंट रिस्पॉन्स सिस्टम (IRS) की प्रभावशीलता की जांच
• विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी एजेंसियों के बीच आपसी तालमेल को मजबूत करना
• आम जनता में आपदा के प्रति जागरूकता और प्रतिक्रिया क्षमताओं को विकसित करना
1 अगस्त को क्या होगा?
सुबह 9:03 बजे दिल्ली के कई हिस्सों में एक तीव्र भूकंप और औद्योगिक क्षेत्रों में रासायनिक रिसाव का सिमुलेशन (Simulation) किया जाएगा. इसका उद्देश्य उच्च जनसंख्या वाले और संवेदनशील क्षेत्रों पर प्रभाव का मूल्यांकन करना है.
जनता से अपील:
• यह केवल एक मॉक ड्रिल है, किसी प्रकार का वास्तविक खतरा नहीं है
• कृपया घबराएं नहीं और अफवाहें न फैलाएं
• अपने क्षेत्र में हो रहे अभ्यास में प्रशासन का सहयोग करें
• केवल आधिकारिक सूचनाओं (DDMA, जिला प्रशासन) पर ही भरोसा करें
इस अभ्यास की अगुवाई दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) कर रहा है, जबकि सभी जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMAs) और जिलाधिकारी इसे सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं.