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हिंदूराव अस्पताल के हड़ताली डॉक्टर को मिला IMA का साथ, कही ये बड़ी बात

वेतन नहीं मिलने से नाराज दिल्ली के बाड़ा हिंदूराव हॉस्पिटल  और एनडीएमसी मेडिकल कॉलेज के रजिडेंट डॉक्टर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं. हिंदूराव हॉस्पिटल के हड़ताली डॉक्टर्स के समर्थन में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) उतर गया है.

Updated on: 26 Oct 2020, 03:37 PM

नई दिल्ली :

वेतन नहीं मिलने से नाराज दिल्ली के बाड़ा हिंदूराव हॉस्पिटल  और एनडीएमसी मेडिकल कॉलेज के रजिडेंट डॉक्टर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं. हिंदूराव हॉस्पिटल के हड़ताली डॉक्टर्स के समर्थन में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) उतर गया है. आईएमए ने 'बनाना रिपब्लिक' का तंज कसते हुए कहा कि 'बनाना रिपब्लिक का मतलब होता है ऐसा देश जहां पर कानून का राज ना हो'

उन्होंने कहा कि हिंदूराव हॉस्पिटल के डॉक्टर्स को वेतन ना मिलना सिस्टम की नाकामी है. इससे देस और पेशे को गलत संदेश जाता है. इससे पूरे डॉक्टर्स कम्युनिटी का मनोबल गिरता है.

उन्होंने आगे कहा कि अगर एक वैश्विक महामारी के दौरान डॉक्टर की सेवाएं इतनी ही नगर में हैं तो इसका मतलब है निश्चित रूप से जिस तरह से शासन हो रहा है उसमें कुछ गड़बड़ है. यह शासन का नया निचला स्तर है.

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आईएमए ने आगे कहा कि हेल्थ केयर वर्कर खासतौर से डॉक्टर राष्ट्रीय संपदा है. डॉक्टर्स को उनका वेतन ना देकर उनका अपमान करना और कुछ नहीं बल्कि स्टेट स्पॉन्सर्ड वायलेंस है. 

सुप्रीम कोर्ट ने खासतौर से कहा है कि डॉक्टर और हेल्थ केयर वर्कर का वेतन समय पर दिया जाए. लेकिन ऐसा लगता है कि सुप्रीम कोर्ट का निर्देश उन अधिकारियों पर लागू नहीं होता जो इन अस्पतालों को चलाते हैं. 

उन्होंने आगे कहा कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और मेडिकल प्रोफेशन को भरोसा है कि इस मामले में हिंदू राव हॉस्पिटल के प्रशासन के खिलाफ कोर्ट की अवमानना का मामला कोर्ट स्वतः संज्ञान से चला सकता है. इस तरह की कड़ी कार्रवाई ही हमारे संस्थानों के प्रति भरोसा फिर से स्थापित कर सकती हैं. 

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'इंडियन मेडिकल एसोसिएशन मांग करती है कि डॉक्टर की सैलरी और बाकी बकाया तुरंत दिए जाएं. 

आपको बता दें कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम के तहत आने वाले बाड़ा हिंदूराव अस्पताल के डॉक्टर्स और अन्य मेडिकल स्टाफ को पिछले तीन महीनों से वेतन नहीं मिला है. जिसके बाद बीते 22 दिनों से अस्पताल के सभी रेजीडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं.